भोपाल-करीब एक महीने से ब्लैक फंगस का नया मरीज नहीं मिला है। बावजूद इसके हमीदिया ब्लैक फंगस वार्ड में अभी 35 मरीज भर्ती हैं। इसकी वजह दोबारा से संक्रमण बढ़ना है। आलम ये है की 35 में से 25 मरीज वही हैं जो संक्रमण बढ़ने पर दोबारा भर्ती हुए हैं। ऐसे में इन मरीजों को इस संक्रमण से जूझते हुए दो से ढाई महीने हो चुके हैं।
दोबारा संक्रमण बढ़ने या फिर ब्लैक फंगस का संक्रमण लंबे समय तक चलने के पीछे मरीजों को पर्याप्त और समय पर सही दवाइयों का नहीं मिल पाना एक अहम वजह बताई जा रही हैं। ऐसे में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों की मानें तो अस्पताल से छुट्टी होने के बाद मरीज पर्याप्त दवाएं नहीं लेते इस कारण संक्रमण बढ़ जाता है। दवाइयाँ नहीं लेने के पीछे मरीज अलग-अलग वजह बताते हैं।
अस्पताल में मरीज को 6 हजार रुपए का इंजेक्शन और 875 रुपए की एक गोली नि:शुल्क मिलती है। इसके अलावा समय पर दवाएं दि जाती हैं। और नियमित देखभाल होती है। संक्रमण पूरी तरह से खत्म होने में दो से तीन महीने लगते हैं।
लेकिन, अधिकांश मरीज घर जाकर महंगी दवाएं नहीं खरीद पाते हैं। यही वजह है कि संक्रमण बढ़ता और मरीजों को दोबारा अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है।
मरीज बढ़े तो फिर किल्लत शुरू- एक बार फिर ब्लैक फंगस मरीजों कि संख्या बढ़ रही है। मरीजों कि संख्या में इजाफा होते ही अस्पताल में एंफोटेरिसिन बी इंजेक्शन की किल्लत शुरू हो गई है। अभी आलम यह की हमीदिया अस्पताल में पांच दिन से एंफोटेरिसिन बी इंजेक्शन ही उपलब्ध नहीं है।