भोपाल : कोलार गेस्ट हाउस के पास रहने वाली 27 वर्षीय सपना धाकड़ का मायका बैरसिया में हैं | 2017 में उसकी शादी ब्रजमोहन धाकड़ से हुई थी |
सपना को 7 सितंबर को जुड़वा बच्चे हुए थे | आर्थिक तंगी और रिशतेदारों के ताने सुन सुनकर थक चुकी सपना नें अपने जुड़वा नवजात
बच्चों को गला घोंट कर मार डाला | सपना उन मरे हुए बच्चों को लगभग 700 मीटर तक छाती से लगाए घूमती रही | बाद में हबीबगंज
के पास रविशंकर नगर में हनुमान मंदिर के पीछे मैदान में उनके शव फेंक दिए | यह घटना 23 सितंबर सुबह 4 बजे की हैं | दोनों बच्चों को
मारने के बाद सपना थाने पहुँचीं और बच्चों के अपहरण होने की झूठी कहानी सुनाई | तीन दिन तक उसने कुछ नहीं बोला बाद में उसने
मंगलवार को सुबह खुद टीटी नगर थाना प्रभारी को फोन लगवाकर बुलाया | और सारी सच्चाई बता दी सच्चाई बताने से पहले महिला नें
टीआई से अपने सिर पर हाथ रखकर कसम खिलवाई कि उस पर कोई कार्यवाही नहीं की जाए | फिर उसने पुलिस को बताया कि बच्चों के शव
मंदिर की दीवार के पीछे पड़े हैं | पुलिस ने शव बरामद कर लिए | सपना नें बताया कि पति देर रात नशे में घर आता हैं | वह काम धंधे
पर ध्यान नहीं देता | घर में आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं हैं | उसकी एक तीन साल की बेटी भी हैं | जो ज़्यादातर आस पड़ोस में रहने वाले
रिशतेदारों के यहाँ खाना खाती हैं | रिश्तेदार ताने मारते थे कि एक बेटी को खिला नहीं पा रहे तो इन दोनों बच्चों को कैसे पालेगी | इसी बात को लेकर
आए दिन पति से झगड़ा होता था | उसने इन सारी बातों से उकताकर बच्चों को खत्म करने का सोच लिया था | और मौका मिलते ही सपना ने
इस काम को अंजाम दिया | पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं | टीटी नगर थाना प्रभारी नें बताया कि पुलिस को शुरू से ही
सपना पर शक था | सीसीटीवी फुटेज में खुलासा हुआ था कि कोलार गेस्ट हाउस तिराहे पर महिला की गोद में दोनों ब्च्चे थे , लेकिन जब वह
हबीबगंज थाना चौराहे के सामने से गुज़री तो वह अकेली थी | यहीं से पुलिस को उस पर शक हो गया था |