ग्वालियर : पुरानी छावनी के जाटव मोहल्ला में दिसंबर 2017 में छाया जाटव को गर्दन में गोली लगने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था | उपचार के दौरान जनवरी 2018 में उसकी मौत हो गई | इसके बाद उसकी (पीएम) रिपोर्ट पर उठे सवालों की जांच के बाद सितंबर 2021 में पुलिस ने उसकी मौत को हत्या मानते हुए केस दर्ज किया था | जांच के चलते जब मामला आगे बढ़ा तो किशोरी के पिता पुलिस के पास उनके घर में रखे बॉक्स में मिला सुसाइड नोट लेकर पहुंचे | अब हत्या के पाँच साल बाद मिले सुसाइड नोट से मामला और उलझ गया | पुलिस इस सुसाइड नोट को लेकर काफी परेशान हैं | अब इस सुसाइड नोट की हक़ीक़त जानने के लिए पुलिस ने उसे हेंडराइटिंग एक्सपर्ट के पास भोपाल भेजा हैं |
पुलिस ने सुसाइड नोट अपने क़ब्ज़े मे ले तो लिया, लेकिन सवाल यह उठ रहा हैं कि छाया को गोली 5 साल पहले लगी गोली लगने के एक महीने बाद उसकी मौत हो गई | पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद हत्या मानते हुए केस दर्ज हो गया | इस बीच सुसाइड नोट का कोई ज़िक्र नहीं था | ऐसे में 5 साल बाद सुसाइड नोट कैसे निकल आया ? अब 5 साल बाद उसकी हेंडराइटिंग के सैंपल को किस तरह मिलाया जाएगा | मौत के पाँच साल बाद क्या उसके हाथ का लिखावट का सैंपल मिल पाएगा और यह कौन बताएगा कि सुसाइड नोट व सैंपल की राइटिंग छाया की ही हैं |