ब्रेकिंग न्यूज़ भोपाल : भोपाल मे आज भाजपा के पक्ष मे मोदी जी का रोड शो |                 भोपाल : एमपी बोर्ड की परीक्षा मे 81 प्रतिशत बच्चे पास |                यवतमार्ग : केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गठकरी मंच पर बेहोश होकर गिरे |                नई दिल्ली : केजरीवाल को पहली बार जेल में दी गई इंसुलिन |                महू : पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में घायल तीसरे युवक की भी मौत |                उज्जैन : मोबाइल पर व्यापारी को फर्जी अरेस्ट ऑर्डर भेजकर दो करोड़ रु. ठगे |                इटारसी : दिव्यांग युवती से दुष्कर्म का आरोपी सौतेली मां का नाबालिग बेटा निकला |                छिंदवाड़ा : जनरेटर चालू करते समय लगा करंट दो भाइयों की मौत |                जबलपुर : पति के मना करने पर भी कोर्ट से भाई के लिए बहन को किडनी देने की मंजूरी मिली |                  
केंद्र के मुक़ाबले राज्य स्कूलों, अस्पतालों, सड़कों, पर अपने बजट का पूरा पैसा खर्च नहीं कर पाए |

नई दिल्ली : 2022 -23 में लंबी अवधि के इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले खर्च के लिए केंद्र ने 7.5 लाख करोड़ रुपए रखे थे | वहीं राज्यों ने 6.92 लाख करोड़ रुपए का बजट तय किया था | केंद्र अपने बजट का 27.8% खर्च कर चुकी हैं जबकि राज्य सिर्फ 14.7% ही खर्च कर पाई हैं | वहीं अप्रैल से जुलाई के बीच 100 करोड़ या उससे पूंजीगत व्यय का लक्ष्य रखने वाली सरकारी कंपनिया अपने बजट का 28% खर्च कर चुकी हैं, इनका कुल बजट 6.62 लाख करोड़ रुपए हैं और यह 1.84 लाख करोड़ रुपए खर्च कर चुकी हैं इसका नतीजा यह रहा कि निजी क्षेत्र से अपेक्षाकृत कम निवेश के बावजूद सरकारी कंपनियों के खर्च ने अर्थव्यवस्था को बाखूबी संभालने का काम किया हैं | 2022 के शुरुआती चार महीनों अप्रैल से जुलाई तक के दौरान सड़क, स्कूल, अस्पताल , और पुल सहित कई आर्थिक गतिविधियों पर खर्च के मामलों में केंद्र सरकार राज्य से आगे रही हैं |  कोरोना में लॉकडाउन के कारण केंद्र ने इस बार बजट मे पूंजीगत व्यय के लिए पिछली बार के मुक़ाबले 37% की बढ़ोतरी की हैं | पूंजीगत खर्चों में पिछली साल की समान अवधि के मुक़ाबले इस साल थोड़ा बढ़ता नज़र आया हैं | अप्रैल से जुलाई तक राज्यों का खर्च केंद्र से आधा रहा, देश में पूंजीगत व्यय के बजट मामले में यूपी पहले व महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर हैं | पिछले वर्ष 2021-22 के दौरान राज्यों में से 13 अपने पूंजीगत व्यय का बजट पूरा नहीं कर पाए, और नौ राज्य तय बजट से आगे निकल गए इस बार केंद्र और राज्य दोनों का जीएसटी संग्रह बेहतर रहा हैं, ऐसे में पूंजीगत व्यय के माध्यम से विकास को गति देने की आवश्यकता हैं |

Advertisment
 
प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
Copyright © 2016-17 LOKJUNG.com              Service and private policy              Email : lokjung.saify@gmail.com