भोपाल : ( नुजहत सुल्तान )प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नई भर्ती के बाद भी शिक्षको की कमी हो रहीं हैं, कम से कम 40 बच्चों के लिए एक टीचर का होना अनिवार्य हैं लेकिन यहां 10वीं 12वीं कक्षाओं में 49 बच्चों पर सिर्फ एक ही टीचर हैं | प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में टीचर्स की स्थिति ठीक हैं | पहली से पाँचवीं तक की कक्षाओं के लिए 21 बच्चों पर एक टीचर हैं, 6वीं से 8वीं तक की कक्षाओं के लिए 38 बच्चों पर एक टीचर हैं लेकिन सबसे ज़्यादा शिक्षकों की कमी 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं में देखी गई हैं | स्कूल शिक्षा विभाग की एक हालिया रिपोर्ट में यह आंकड़ें सामने आए हैं | यह विभाग की यू डाइस का डाटा हैं | जिसमें स्कूलों और उनमें दर्ज स्टूडेंट्स की संख्या के अलावा कक्षाओं की ग्रेड के हिसाब से क्लासेस की 9 कैटेगरी का डाटा शामिल किया हैं |
प्रदेश में करीब 12 हज़ार प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की जा रही हैं | 5000 चयनित शिक्षकों को भी नियुक्ति दी जाएगी | रिपोर्ट में प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों के डाटा को भी शामिल किया गया हैं |प्राइवेट स्कूलों की स्थिति शिक्षक विध्यार्थी अनुपात के मामले में ठीक – ठाक हैं | लेकिन प्राइवेट स्कूलों में टीचर के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करना ज़रूरी हो गया हैं |