भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) गाय के नाम पर राजनीती करने वाले हमारे राजनेताओं ने पिछले 3.5 सालों में गायों की बेहतरी के लिए एक रुपया भी दान में नहीं दिया
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेता अक्सर गायों की दुर्दशा के लिए एक दूसरे को दोषी मानते हैं | लेकिन गौशालाओं को दान देने मे दोनों पार्टियां कंजूसी कर जाती हैं | पिछले साढे तीन सालों में गौशालाओं के लिए गौ-संवर्धन बोर्ड को गोशालाओं के लिए 439 दानदाताओं ने 5.9 लाख रुपए का दान दिया हैं | इस सूची में प्रदेश के एक भी सांसद-विधायक का नाम शामिल नही हैं जबकि गो संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद ने सभी सांसद व विधायकों से गोशालाओं के लिए दान की अपील की थी | जबकि गोशालाओं को दान देने पर आयकर अधिनियम की धारा 80-जी के तहत छूट भी मिली हुई हैं | 1.67 लाख गोवंश प्रदेश की गोशालाओं में हैं | 1392 लाख गोशालाए मध्यप्रदेश में हैं प्रदेश में 40 सांसद और 230 विधायक हैं इससे दोगुने इनके प्रतिद्वंधी राजनेता हैं, जो चुनावों में वोट पाने के लिए पानी की तरह पैसा बहाते हैं अगर सभी नेता व पार्षद एक हज़ार रुपए साल का भी गोशालाओं को दान में दे तो, यह पैसा 3.83 करोड़ रुपए हो जाता हैं | प्रदेश में गो शालाओं के बेहतर संचालन के लिए 190 करोड़ रुपए की आवश्यकता हैं, लेकिन राज्य सरकार सिर्फ 90 करोड़ रुपए ही उपलब्ध करा पा रही हैं | अखिलेश्वरानंद का कहना हैं कि दो साल पहले तक मैंने बार – बार प्रदेश के हर सांसद व विधायक को पत्र लिखकर गोशालाओं में गो ग्रास के लिए दान देने की अपील की थी, उसके बावजूद भी किसी भी जनप्रतिनिधि पर उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा हैं इस कारण अब में नेताओं से दान की उम्मीद खो चुका हूँ |