भोपाल :(नुजहत सुल्तान ) ऐसा महीनों बाद हुआ हैं जब नगर निगम में 11 तारीख तक सभी अधिकारी- कर्मचारियों को तनख़्वाह नहीं बंट पाई हैं | इसका मुख्य कारण ज़ोन अफसर और वार्ड प्रभारी द्वारा समय पर वसूली नहीं हो पाना हैं | वसूली नहीं कर पाने से भोपाल नगर निगम लंबे समय बाद आर्थिक संकट से गुज़र रहा हैं | चुंगी क्षतिपूर्ति के तौर पर नगर निगम को शासन से हर महीने 22 करोड़ रुपए मिलते थे, इस रकम के न मिल पाने से त्योहारी महीने में नगर निगम कमिश्नर और अपर आयुक्तों सहित 2000 से ज़्यादा अधिकारी-कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिली हैं, अगस्त में हुई राजस्व वसूली से सितंबर में समय पर तनख़्वाह बंट गई थी, लेकिन इस बार सिर्फ सितंबर में 20 करोड़ रुपए ही वसूल हो पाए हैं निगम प्रशासन सूत्रों का कहना हैं कि करीब 11 हज़ार से ज़्यादा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की तनख़्वाह के तौर पर 10 करोड़ रुपए बांटे जा चुके हैं, बाकी पैसा दूसरे कामों में खर्च हो गया लेकिन अफसरों की तनख़्वाह के लिए करीब 20 करोड़ रुपए की व्यवस्था अभी नहीं हो पाई हैं |
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