भोपाल : (नुजहत सुल्तान ) राजीव गांधी प्रोद्दोगिकी विश्वविद्दालय (आरजीपीवी) में बीटेक व एमटेक सहित सभी यूजी व पीजी कोर्स के रिज़ल्ट में बहुत ज़्यादा कमियां सामने आ रही हैं | इसके कारण विद्दर्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं | 2 हज़ार से ज़्यादा ऐसे प्रकरण सामने आ रहे हैं, जिनमें छात्रों को सही अंक नहीं मिले, अध्यक्षों की लापरवाही ने परीक्षा देने के बाद छात्रों को अनुपस्थित घोषित कर दिया, प्रैक्टिकल और इंटरनल के अंक नहीं जोड़े गए,परीक्षा के दौरान ऑनलाइन एंट्री नहीं हुई, एमई, एमटेक, एमफार्मा आदि पीजी कोर्स के वायवा होने के 10 दिन बाद थीमिस और मार्क्स कॉलेज में जमा करना, प्रैक्टिकल व इंटरनल की हार्ड कॉपी समय पर जमा न करना, साथ ही रिज़ल्ट घोषित करने में देरी का होना, जैसी लापरवाहियां सामने आई हैं | जब विश्वविद्दालय स्तर पर इनकी समीक्षा की गई तो पता चला कि कॉलेज स्तर पर से लापरवाही की जा रही हैं | कॉलेजों में कोई दंडात्मक प्रकिर्या न होने के कारण संस्था स्तर पर कोई सख्ती नहीं बरती जाती | जिससे छात्र छात्राओं को अनावश्यक समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं | इस कारण आरजीपीवी ने निर्णय लिया हैं कि लापरवाही मिलने पर कॉलेज पर पैनालिटी लगाई जाएगी, इसके लिए आरजीपीवी ने अलग – अलग एरिया आइडेंटिफ़ाई किए हैं, जिसके कारण छात्रों को परेशान होना पड़ता हैं | आरजीपीवी परीक्षा कराने के लिए कॉलेज को 100 रुपए प्रति छात्र के हिसाब से देता हैं, परीक्षा संबंधी कार्यों के लिए जो राशी कॉलेजों को दी जाती हैं, उसमें से 10% राशी कम कर दी जाएगी |
|