भोपाल :(नुजहत सुल्तान ) प्रदेश की दो वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की 631 वर्ग कि.मी ज़मीन जंगल से मुक्त करने की तैयारी की जा रही हैं | इनमें धार जिले के सरदारपुर और रतलाम जिले के सैलाना की 331 वर्ग कि.मी और ग्वालियर में घाटीगांव और शिवपुरी में करैरा की करीब 300 वर्ग कि.मी ज़मीन शामिल हैं |
इसका कारण सरदारपुर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में खरमोन और ग्वालियर के घाटीगांव में सोन चिड़ियां का दिखाई न देना हैं | इस मामले में स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड शुक्रवार को बैठक करेगी | प्रदेश सरकार की और से प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा, जहां से मंजूरी के बाद ज़मीन डिनोटिफ़ाई करने की कार्रवाई शुरू होगी | वन विभाग के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल के अनुसार प्रकिर्या चल रही हैं, जिस पर उच्च स्तर और केंद्र सरकार को निर्णय लेना हैं | धार और रतलाम ज़िले में वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से लगी 14 गांवों की ज़मीन को अलग किया जा रहा हैं | पिछले दस सालों से इन गांवों में कहीं सोन चिड़ियां और खरमोन पक्षी नहीं पाया गया हैं सरकार की यह योजना खरमोन बताओ और 500 रुपए पाओ, भी धरी की धरी रह गई | धार ज़िले के सरदारपुर में 677 हैक्टेयर ज़मीन खरमोन के लिए रखकर बाकी ज़मीन आदिवासियों को मिल जाएगी, जिस पर उन्हे खेती करने का हक़ मिल जाएगा | स्थानीय विधायक प्रताप ग्रेवाल का कहना हैं कि यह प्रस्ताव लंबित हैं जिस पर सरकार को जल्दी ही निर्णय केना चाहिए | वहीं सैलाना के विधायक हर्ष गेहलोत का भी यही मानना हैं कि आदिवासियों की यह ज़मीन सरकार को जल्दी ही मुक्त करने की कार्रवाई करना चाहिए |