भोपाल : ( नुजहत सुल्तान)भोपाल में धोखाधड़ी के मामले अधिक होने के कारण भोपाल पुलिस कमिश्नरेट अब क्रिमिनल ला अमेंडमेंट आर्डिनेंस 1944 का इस्तेमाल करने जा रही हैं | अब तक इसका उपयोग सिर्फ सीबीआई, ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त पुलिस ही करती थी | अब पुलिस इसका इस्तेमाल करके धोखे से बनाई गई संपत्ति अटैच करवाकर इसी संपत्ति से पीड़ित को मदद दिलवाएगी | इसके लिए पुलिस ने आशू नाम के अपराधी को नज़र में रखकर उसकी संपत्ति अटैच कराने के लिए दो दिन पहले ही कलेक्टर भोपाल को पत्र भेज चुकी हैं |आशू कुमार कोटरा सुल्तानाबाद मे रहता था | वह नौकरी लगवाने के बहाने लोगों को बेवक्कुफ बनाकर उनसे पैसे एंठता था उसके झांसे में लगभग 430 लोग आ चुके थे जिनसे उसने 16.50 लाख रुपए की जालसाजी करने का बयान दिया हैं आशू फिलहाल जेल में हैं डीसीपी क्राइम अमित कुमार ने बताया कि भोपाल पुलिस पहली बार इस तरह के मामलों मे क्रिमिनल ला (अमेंडमेंट)आर्डिनेंस का इस्तेमाल कर रही हैं आशू द्वारा ली गई संपत्ति का पता लगा लिया गया हैं | इसकी कुल कीमत 74.59 लाख रुपए हैं | इस काम मे पुलिस को एक महीने का समय लगा हैं | संपत्ति अटैच के लिए न्यायालय की अनुमति भी लेनी होगी इसके बाद ही संपत्ति आटैच करने की प्रकिर्या पूरी होगी | फिलहाल पुलिस ऐसे मामलों को ही चिन्हित कर रही हैं, जिनमें ज़्यादा लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई हैं | इनमें ज़्यादातर नौकरी के नाम पर या निवेश कराकर ज़्यादा मुनाफा देने का लालच देकर ठगी के मामले शामिल हैं भोपाल में इस तरह की धोखाधड़ी के मामलों की संख्या बहुत ज़्यादा हैं |
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