भोपाल :(नुजहत सुल्तान ) पूरे शहर मे प्रापर्टी टैक्स में गड़बड़ी की 5 हज़ार से ज़्यादा शिकायतें नगर - निगम में वार्ड से लेकर मुख्यालय स्तर तक पहुँच गई हैं |
सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी के कारण गलत बिल घोषित हो रहे हैं | मकान के आस पास की छूटी हुई ज़मीन का भी निगम टैक्स मांग रहा हैं जबकि नगर –निगम के स्थायी आदेश में टैक्स न लेने की बात लिखी हुई हैं | लेकिन नगर – निगम पूरे प्लाट साइज़ का टैक्स ले रहा हैं इसमे (एमओएस) को खुली भूमी मानते हुए टैक्स की गणना की गई हैं, एक ही मकान के दो अलग – अलग बिल भी दिए जा रहे हैं | लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं निगम के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं | मिसरोद, 11 मील और भोजपुर एरिया मे बनी नई कॉलोनियों मे ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें डुप्लेक्स मकानों मे प्लाट के खाली हिस्से का भी टैक्स जोड़ा गया हैं इसे खुली भूमि दिखाया हैं | दरअसल, कॉलोनी बनाने के समय खुली ज़मीन पर टैक्स लगाया था इसमें मकान बन जाने के बाद निगम के कुछ कर्मचारियों ने बताया की खुली ज़मीन का तो टैक्स देना होगा | जिन लोगो ने पिछले वर्ष टैक्स जमा कर दिया, उनके बिल मे भी पिछले वर्ष की बची हुई राशी जोड़ दी गई हैं |कुछ कॉलोनियों मे तो एक ही साल के दो अलग – अलग बिल जारी हुए हैं पिछले कुछ सालो मे जीआईएस सर्वे के कारण आई गड़बड़ियों के मामले भी अभी तक लंबित हैं |