भोपाल : 7 साल की जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने इंदौर में दिव्यांग से गलत व्यवहार करने वाले पवन जैन के खिलाफ चालान पेश करने की अभियोजन की मंजूरी मांगी हैं | दिव्यांग से अभद्रता करने पर पद से हटाए गए एडीएम पवन जैन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता हैं आईएएस होने के कारण मामला केंद्र तक जाएगा | साल 2015 में इंदौर के सांवेर में रहने वाले सैफुद्दीन ने तत्कालीन एसडीओ राजस्व पवन जैन और कौशल बंसल के खिलाफ पद के दुरुपयोग की शिकायत की थी | इसमें कहा गया था कि इन अफसरों ने रियल स्टेट से जुड़े विद्दुत जैन, मनीष अग्रवाल, नवल किशोर अग्रवाल के साथ साठगांठ कर कम पर्यवेक्षण शुल्क जमा कराया था | जैन ने कॉलोनी का काम पूरा होने से पहले ही रिपोर्ट लेकर बंधक प्लाट मुक्त कर दिए थे जिसके कारण सरकार को एक करोड़ रुपए का नुकसान हुआ | सामान्य प्रशासन के पास मंजूरी के लिए चार महीने का समय होता हैं इस मामले पर पवन जैन ने कहा कि केस पर हाईकोर्ट के डायरेक्शन हैं | इसके आधार पर कलेक्टर के अधीन सुनवाई चल रही हैं फैसला होना बाकी हैं |
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