सतना : घटना 1 सितंबर 2003 को हुई थी जब रामनगर निवासी महेश कोल ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी दूसरे दिन तक पोस्टमार्टम
नही होने पर गुस्साए परिजनों ने थाने में हँगामा खड़ा कर दिया था वाहनो में तोड़फोड़ कर दी थी | इस दौरान कई अधिकारी और पुलिस कर्मी
घायल हुए थे पुलिस ने रोकथाम की तो भीड़ और ज़्यादा आक्रोशित हो गई इसके बाद पुलिस की फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई थी |
गोलीकांड मे 58 लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था जिनमे से 7 आरोपियों की मौत हो चुकी हैं 48 दोषियों को अपर सत्र न्यायाधीश अमरपाटन अजीत तिर्की की अदालत ने बुधवार को सात-सात साल की सज़ा सुनाई और चार चार हज़ार रुपए का जुर्माना लगाया | इन दोषियों मे महिला सहित भाजपा और कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं | सुनवाई के दौरान 47 अभियुक्त मौजूद थे कोर्ट मे जगह कम होने पर कुछ लोगों को तो गैलरी में
बैठाया गया | कोर्ट के 211 पेज के फैसले ने सभी दोषियों को सतना सेंट्रल जेल भेजने का निर्णय लिया और दो नाबालिग के खिलाफ सक्षम न्यायालय
में चालान पेश किया गया एक आरोपी घटना के बाद से फरार हैं |