भोपाल : ( नुजहत सुल्तान )
प्रदेश के 52 जिलों के डीईओ को एप्कों में ट्रेनिंग के लिए भोपाल बुलवाकर उनसे उनके पासवर्ड आईडी से जेम पोर्टल पर खरीदी का सामान अपलोड करवा दिया गया | डीईओ का कहना हैं कि क्या सामान खरीदा जा रहा हैं, किस कंपनी का हैं, बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी, उनके स्वास्थ्य और आँखों पर कोई बुरा प्रभाव तो नही पड़ेगा इन सब बातों की उन्हें जानकारी नही हैं | छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए 161 करोड़ रुपए में टेलीविज़न खरीदने का काम स्कूली शिक्षा विभाग नें 24 घंटों मे कर लिया लेकिन टीवी की गुणवत्ता को नही देखा गया | 15 से ज़्यादा जिलों के डीईओ से बात की गई तो उनका कहना था कि पहली बार जिले में 3.50 करोड़ रुपए की खरीदी करवाई जा रही हैं | इसमें ऊंच-नींच हो गई तो कौन जिम्मेदार होगा ऑर्डर अपलोड हमसे करवाए जा रहे हैं तो गड़बड़ी की ज़िम्मेदारी भी हमारी ही होगी | डीईओ के माध्यम से जो तकनीकी सामग्री खरीदी जा रही हैं, उसकी जांच के लिए उनके पास कोई जानकार नही हैं, सिर्फ भौतिक सत्यापन किया जा सकता हैं | टीवी की कंट्रास्ट, ब्राइटनेस और रिजोल्यूशन कितना होगा इसकी जांच की कोई व्यवस्था नही हैं | इसलिए रिटायर होने पर पेंशन से सरकार कटौती करवाएगी, सॉफ्ट कॉपी में जेम पोर्टल पर क्या भरना हैं, पहले से दे दिया गया हैं |