नई दिल्ली : केंद्र सरकार नें अंग्रेजों के जमाने की नीति बदलकर एक नया नियम घोषित किया हैं इस नियम के अंतर्गत राज्यपालों को राजभवन से निकलकर गाँव – गाँव जाकर हर घर के ज़रूरतमंद लोगों की फरियाद सुनना होगी इसकी शुरुआत गोवा से हुई हैं वहां के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने पिछले 15 महीने में राज्य के सभी 40 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया हैं | इस दौरान वह 100 ग्राम पंचायतों तक पहुंचे और सांसदों, विधायकों, सरपंचों सहित जनता से मुलाक़ात की | तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इच्छा जताई थी कि राज्यपाल अपने ठाठ - बाठ छोड़कर लोगों से मिलना चाहिए राज्यपाल को हर वर्ष 100 गांवों का दौरा करना चाहिए | इससे यह फायदा होगा कि जब सरकार किसी योजना की स्वीकृति की फाइल भेजेगी तो राज्यपाल उसे अच्छे से देखकर समझकर संशोधन बता सकेंगे | मेघालय,गोवा और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रह चुके सत्यपाल मलिक के समय राजभवन आम जनता के लिए खुला रहता था | दूसरे राज्यपालों ने भी ऐसा किया हालांकि गांवों में लोगों से संवाद की शुरुआत गोवा से हुई हैं |
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