भोपाल :( नुजहत सुल्तान )राजधानी मे 88 आर्किटेक्ट करीब एक साल से अवैध तरीके से शहर में 300 वर्गमीटर के प्लॉंट पर बिल्डिंग बनाने की अनुमति देते रहे | बिल्डिंग परमिशन शाखा से जुड़े 44 आर्किटेक्ट ऐसे भी हैं, जो लोगों से विकास अनुमति के नाम पर लिए गए करीब 2 करोड़ रुपए को निगम के खाते में जमा नहीं कराए | नोटिस जारी होने के बाद भी अधिकतर ने कोई स्पष्टीकरण नही दिया,लोगों की रेसिडेंशियल परमिशन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता हैं | जिन लोगो ने इन आर्किटेक्टस से अनुमति ली हैं इन आर्किटेक्ट्स की करतूत तब सामने आई जब बिल्डिंग परमिशन शाखा ने इनके लाइसेंस रिनुवल की तारीख देखी, भोपाल नगर-निगम की बिल्डिंग परमिशन शाखा से जुड़े करीब 300 आर्किटेक्ट्स को राज्य सरकार ने 5 साल तक परमिशन देने की अनुमती दी हैं | ये आर्किटेक्ट्स 300 वर्ग मीटर तक के रेसिडेंशियल प्लॉंट पर परमिशन दे सकते हैं फिर भी यह 88 आर्किटेक्ट्स लाइसेंस एक्सपायर होने के बाद भी बिल्डिंग परमिशन दे रहे थे | अब सभी आर्किटेक्ट्स से यह सवाल पूछा गया कि , लाइसेंस अवधी खत्म होने के बाद भी आपने परमिशन कैसे दी ? और दूसरा सवाल यह कि एक्सपायर लाइसेंस के बाद आपने कितनी परमिशन जारी की हैं ? सोचने वाली बात यह हैं कि सभी आर्किटेक्ट्स का डेटा बिल्डिंग परमिशन शाखा के पास रहता हैं | फिर भी एक साल से आर्किटेक्ट्स मनमर्जी करते रहे और अवैध तरीके से परमिशन देते रहे | अब उन्हे रिमाइंडर नोटिस भेजे गए हैं यदि सभी ने स्पष्टीकरण नहीं दिया तो एफआईआर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी |
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