ब्रेकिंग न्यूज़ सतना : ढाई साल की बच्ची का अपहरण करने वाला आरोपी दो घंटे बाद ही गिरफ्तार |                भोपाल : एक्सीडेंट की चोट से परेशान युवक बड़े तालाब में कूदा, मौत |                अमृतसर : चारपाई से बांधकर गर्भवती पत्नी को जिंदा जलाया |                सोनीपत : प्यार में अंधी मां ने प्रेमी संग मिलकर पांच साल की बेटी को पीट पीटकर मार डाला |                मुरैना : स्कूल बस ने तीन साल की मासूम को कुचला |                खुरई : हेलमेट नहीं पहना था, अज्ञात वाहन की टक्कर से तीन की मौत |                बड़वानी : ट्रक नाली में गिरा दबने से ड्राइवर व हेल्पर की मौत |                विदिशा : बुजुर्ग को बेटे ने मारपीट कर घर से निकाला |                  
सेंट्रल जेल से आए आरोपी डॉक्टरों को हमीदिया अस्पताल आया रास, जानिए, लोगों को जीवनदान देने वाले डॉक्टरों की शर्मसार करतूतें |

भोपाल :(नुजहत सुलतान) जेल से आए वीआईपी मरीजों की देखभाल में जुटा हैं हमीदिया अस्पताल, जो डॉक्टर बड़े – बड़े कारनामे और घोटाले करके जेल की हवा खा रहे थे वही पिछले एक महीने से अपनी मामूली बीमारी को लेकर हमीदिया अस्पताल में मेहमानी खा रहे हैं | दरअसल इन तीन डॉक्टरों में एक ने आयुष्मान योजना में एक करोड़ से ज़्यादा का फर्जी क्लेम लिया | जिसमें वह 50 लाख रुपए की दूसरी क़िस्त लेने से पहले पकड़ा गया अब वह पैरों में तकलीफ की बीमारी बताकर पिछले एक महीने से हमीदिया में भर्ती हैं, जबकि बड़े डॉक्टर ने बोला हैं कि इन्हें भर्ती की ज़रूरत नही सिर्फ 10 दिनों में इनकी बीमारी ठीक हो सकती हैं, दूसरे डॉक्टर का कारनामा जाने, जिन्होने कोरोना में हुई बच्चियों की शादियों का बीड़ा उठाया था लेकिन विवाह सहायता के नाम पर  यह काम उन्होने अपनी खानापूर्ति करने के लिए किया था उन्होने करीब 3000 हितग्राहियों को 51-51 हज़ार रुपए दिलवाने का बताया था लेकिन किसी के पास भी 51 रुपए तक नहीं पहुंचे, यह यूरिन संबंधी बीमारी बताकर अस्पताल में भर्ती हुए हैं |  तीसरे डॉक्टर भी कुछ कम नहीं हैं वह प्यारे मियां कांड में एक नाबालिग युवती का अबोर्शन  करने की सज़ा भुगत रहे हैं, यह वास्कुलिटिस बीमारी से पीड़ित हैं | डॉ. पांडे ने इन सभी की बीमारी रिकॉर्ड को देखकर साफ कहा कि ऐसी मामूली बीमारी के मरीज तो रोज़ ओपीडी में आते हैं | ऐसे डॉक्टर जो अपने पेशे का नाजायज फायदा उठाकर उसे बदनाम कर रहे हैं और सुकून की ज़िंदगी गुज़ार रहे हैं उन्हें तो कड़ी से कड़ी सज़ा मिलना चाहिए |  

 

Advertisment
 
प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
Copyright © 2016-17 LOKJUNG.com              Service and private policy              Email : lokjung.saify@gmail.com