भोपाल : विधान सभा में मंगलवार को जब कांग्रेस विधायक महेश परमार ने ट्रस्ट द्वारा पांच साल में किए गए खर्च की जानकारी मांगी तो जवाब मे खर्च का पूरा हिसाब पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने दिया इसी में कोविंद के स्वागत पर खर्च हुई राशि का पता चला जब पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 मई 2022 को भगवान महाकालेश्वर दर्शन के लिए उज्जैन गए थे यहां के प्रबंध समिति ( महाकाल ट्रस्ट ) ने उनकी खूब आवभगत की लेकिन इस आवभगत में समिति ने भक्तों से मिले 61 लाख रुपए खर्च कर डाले सिर्फ रेड कारपेट बिछाने पर ही 10 लाख रुपए खर्च हुए और मंदिर को फूलों से सजाने के लिए 2.50 लाख रु. लगाए गए | परमार का कहना था कि ट्रस्ट को दान में भक्तों से जो राशि मिलती हैं उसका उपयोग सिर्फ भक्तों की सुविधाओं पर ही होना चाहिए क्योंकि वीआईपी के आगमन पर खर्च का जिम्मा ज़िला प्रशासन या नगर-निगम का होता हैं | लेकिन समिति ने भक्तों से मिले दान के पैसे खर्च कर दिए | परमार ने सदन में पूछा कि महाकाल दर्शन के बाद भक्तों को जिस डिब्बे में प्रसाद दिया जाता हैं, उस पर महाकाल मंदिर का ध्वज और शिखर अंकित हैं शास्त्रों में इस शिखर और ध्वज दर्शन को महाकाल के दर्शन के बराबर बताया गया हैं | भक्त प्रसाद ग्रहण करने के बाद डिब्बे को फेंक देते हैं जो पैरों में आता हैं इस कारण प्रसाद के डिब्बे से शिखर और ध्वज का चित्र हटाया जाए इसके जवाब में पर्यटन मंत्री उषा ने कहा कि यह भगवान महाकाल का फोटो नहीं हैं |
|