भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) शाहपुरा में बीडीए और टीएंडसीपी के दो अलग-अलग नक्शे मिले हैं एक 1989 में टीएंडसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) का हैं, जिसमें बी सेक्टर का काफी हिस्सा कटा हुआ हैं | और दूसरा 2003 में बीडीए का इसमें पार्क की आधी ज़मीन स्कूल निर्माण की बताई जा रही हैं पार्क की ज़मीन पर स्कूल निर्माण को लेकर रहवासियों की शिकायत पर नगर-निगम ने अभी फिलहाल काम रुकवा दिया हैं | पार्क की ज़मीन पर स्कूल निर्माण को लेकर विवाद हो रहे हैं निगम कमिश्नर ने चीफ सिटी प्लानर को कहा हैं कि बीडीए और टीएंडसीपी दोनों से मंजूरी मिलने के बाद ही काम शुरू करने की प्रिक्रिया करे, रहवासियों का यह समूह बीडीए के सीईओ बुद्धेश वैद्द से मिला वैद्द ने माना हैं कि संबंधित बोर्ड के माध्यम से 2003 में ले आउट में बदलाव किया गया था | जिसके आधार पर यह आवंटन हुआ हैं उस समय ले आउट पास करने का अधिकार बोर्ड के पास होने के कारण टीएंडसीपी से अनुमति नहीं ली गई हैं | अब स्थिति यह बन गई कि दो अलग-अलग नक्शे सामने आ रहे हैं, एक बीडीए का और दूसरा टीएंडसीपी का सीईओ बुद्धेश का कहना हैं कि जब बीडीए ने ही आवंटन किया हैं तो हम उसे खारिज नहीं कर सकते | इधर ज़मीन के विवाद का बीडीए का यह अकेला मामला नहीं हैं, शाहजहांनाबाद – परी बाज़ार रीडेंसीफिकेशन प्रोजेक्ट में मकान निर्माण के लिए डेवलपर को दी जाने वाली ज़मीन विवादित हैं ज़मीन नहीं मिलने के कारण डेवलपर ने काम धीमा कर दिया हैं | बुद्धेश वैद्द ने कहा हैं कि ज़मीन का मसला जल्द सुलझ जाएगा लेकिन यदि किसी वजह से हम जमीन नहीं दे पाए तो उस अनुपात में प्रोजेक्ट में कटौती का भी प्रावधान हैं |
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