भोपाल : ( नुजहत सुल्तान ) जेपी अस्पताल में दवाओं के एक्सपायर होने के 6 महीने बाद भी उन्हे हटाया नहीं गया बल्कि स्टोर कर रखा गया जबकि इन दवाओं को नियमानुसार 5 महीने पहले ही इंसीनरेटर भेजकर नष्ट कर देना चाहिए था | लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण ऐसा न हो सका अब इन दवाओं को बोरों में भरकर ठिकाने लगाने की जुगाड़ में लगे जिम्मेदारों की करतूत उजागर हो गई हैं | यह स्थिति तब हैं जब जेपी अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों को पर्चे पर लिखी दवाओं के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता था और यह दवाएं उन्हें मिल नहीं पाती थी और वही दवाएं दवा स्टोर मे रखी रखी एक्सपायर हो रही हैं | दवा स्टोर में 250 तरह की दवाएं तमाम बीमारियों के इलाज के लिए मरीज को दी जाती हैं लेकिन यह दवाएं एक्सपायर पाई गई | इस बात से चिंताजनक हुए जेपी प्रबंधन और जिम्मेदार अपने बचाव मे बोले जेपी प्रबंधन का कहना हैं कि शनिवार को स्टोर की सफाई की जाती हैं, ऐसे मे कुछ दवाएं एक्सपायर निकली हो लेकिन जो दवाएं एक्सपायर होती हैं उनको समिति के माध्यम से निष्पादित कराया जाता हैं, दवाओं को ठिकाने लगाने की बात सरासर झूठ हैं | दरअसल स्टोर की सफाई की गई थी इस दौरान एक्सपायर्ड दवाओं को एक जगह रखा जा रहा था |
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