देवास : प्रदेश सरकार से हताश होकर पीएम नरेंद्र मोदी से गुहार लगाते हुए पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा हैं जिसमें देवास ज़िले की बागली विधानसभा में प्रधानमंत्री आवास योजना में करोड़ो के हुए घोटाले का ज़िक्र किया गया हैं | इसकी जांच करवाने के लिए केंद्रीय एजेंसी से आग्रह किया हैं | उन्होने बताया कि बागली में 17.50 करोड़ रुपए हितग्राहियों के थे, जो बड़े-बड़े विधायक और कलेक्टर हजम कर गए गरीबों के मकान अधूरे पड़े हैं और अफसर मज़ो में हैं | इस अन्याय पर राज्य शासन ने भी कुछ नही किया तो पीएम मोदी से न्याय की आस लगाई हैं इस घोटाले मे नौकरी से बाहर हुए अफसर और पार्टी के कुछ नेताओं की मिली भगत हैं | 26 दिसंबर को लिखा यह पत्र सामने आने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को बागली के कांटाफोड़, लोहारदा और सतवास के मकानों को लेकर 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं | इसमें तीन पूर्व नप अध्यक्ष, 13 पूर्व सीएमओ, 2 नायब तहसीलदार व पूर्व प्रशासक, 3 पूर्व लेखापाल सहित अन्य कर्मचारी और इंदौर व देवास की फर्मों के संचालक हैं | पत्र में दीपक जोशी ने लिखा कि बागली मेरे पिता की कर्मभूमी रही हैं, हितग्राहियों को दी जाने वाली 17.50 करोड़ रुपए की राशी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की सांठगांठ से हड़प ली गई हैं, लूट इतनी बड़ी हैं कि कुछ लोगों ने पूरे तंत्र को अपनी मुट्ठी मे कर लिया हैं | वहीं बागली विधायक पहाड़ सिंह कन्नौजे बोले जोशी धीरे-धीरे कांग्रेसी होते जा रहे हैं, फिजूल बयान दे रहे हैं, वह ले दे कर बागली के बारे में उल्टा सीधा बोलते हैं लेकिन हाटपिपल्या की बात नही करते जबकि वहाँ भी गड़बड़ियां हुई हैं | 2018 के पहले वे खुद मंत्री थे, एक आदमी को उन्होने पांचों नगरीय निकायों का प्रभारी बना दिया था फिर 15 महीने कांग्रेसी सरकार रही लेकिन वहाँ हुए भ्रष्टाचार की बात कहीं उल्लेखनीय नही हैं |
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