भोपाल : ( नुजहत सुल्तान )1974 में बने भारत टाकीज़ ब्रिज की हालत खस्ता हो गई थी भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 1 की तरफ से नवबहार सब्जी मंडी और हमीदिया रोड को जोड़ने वाले इस ब्रिज की सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए थे | सरिए तक बाहर निकलने लगे थे रैलिंग भी टूटने लगी थी ब्रिज के ऊपर लगे फुटपाथ के टाइल्स भी उखड़ गए थे ब्रिज के बीच मे दरारें आ गई थी | और सीमेंट भी उखड़कर नीचे गिरने लगी थी ब्रिज के बीच बने एप्रोच रोड पर भी गड्ढे हो गए थे | यह सब देखकर ब्रिज की हालत सुधारने के लिए अक्टूबर में इसका काम शुरू हुआ था दावा था कि इसको ठीक करने के बाद करीब 25 सालों तक यह ब्रिज मजबूती के साथ मौजूद रहेगा | ब्रिज की लाइफ 25 साल बढ़ाने के लिए अक्टूबर में यहां पीडब्ल्यूडी ने रिपेयरिंग का काम शुरू किया था | कुछ दिन काम बड़े ज़ोरों शोरों से चला फिर काम का सिलसिला खत्म हो गया, अब करीब 25 दिनों से काम बंद पड़ा हैं कर्मचारियों ने जगह-जगह से सड़क उधेड़ कर पटक दी और मलबा बीच सड़क पर छोड़ दिया | जिसके कारण वहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं | खासकर नए और पुराने शहर से भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 1 और निशातपुरा की तरफ आने जाने वाले लोगों को धूल गुबार और ऊबड़-खाबड़ सड़क के बीच से गुजरना पड़ रहा हैं | निर्माण कार्य बीच में छोड़ने से रास्ता संकरा हो गया हैं जिसके कारण यदि कोई बड़ा वाहन ट्रक या बस वहां से गुज़रता हैं तो लंबे समय तक यहां जाम की स्थिति बनी रहती हैं | दावा था कि 2023 तक काम पूरा हो जाएगा लेकिन अभी भी 70 फीसदी काम अधूरा पड़ा हुआ हैं |
|