भोपाल : आईसीसीसी स्मार्ट सिटी का पहला प्रोजेक्ट था, जो कंप्लीट हो पाया था मई 2018 में इसका उदघाटन हुआ था, यह देश का पहला कमांड एंड कंट्रोल सेंटर था, जिसमें शहर की सभी सुविधाओं और सेवाओं को मॉनिटर किया जा सकता था | स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा पांच साल पहले 300 करोड़ रुपए से तैयार किया गया इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर आईसीसीसी ठप हो गया हैं | इस आईसीसीसी ने कोरोना के समय व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी | आईसीसीसी के बंद होने से स्मार्ट सिटी का भोपाल प्लस एप भी बंद हो गया हैं, साढ़े चार करोड़ रुपए में बने इस एप से प्रॉपर्टी टैक्स और दूसरे टैक्स जमा होते थे और गंदगी आदि की शिकायत की जा सकती थी | इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से शहर की बिजली, सुरक्षा, ट्रैफिक, आपदा प्रबंधन, फायर ब्रिगेड सहित सभी जरूरी सुविधाओं को जोड़ा जाना था | इसी प्लेटफॉर्म पर भोपाल प्लस एप बनाया गया था, लेकिन न तो यह सारी सुविधाएं कभी शुरू हुई और न ही भोपाल प्लस एप पूरी तरह फंक्श्नल हो पाया | बताया जाता हैं कि स्मार्ट सिटी कंपनी ने अप्रैल के बाद से कंपनी को कोई भुगतान नही किया हैं जिसके कारण दोनों कंपनियों में विवाद उत्पन्न हुआ और इसका नतीजा यह हुआ कि आईसीसीसी बंद हो गया हैं |
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