भोपाल : ग्रामीण इलाकों में इन दिनों बीजलों को लेकर बड़ा बवाल मचा हुआ हैं दरअसल कई जिलों में बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती हैं | इसका एक मुख्य कारण यह भी माना गया हैं कि डैम और नहर वाले जो इलाक़े हैं उन इलाक़ो के किसान घरेलू लाइनों पर तार डालकर 24 घंटे पंप चला रहे हैं जिससे दूसरे 35 हज़ार किसानो को सिंचाई के लिए भरपूर बिजली नहीं मिल पा रही हैं | किसानो ने बताया कि यह समस्या लगभग एक महीने से बनी हुई हैं एक महीने से बिजली में अधिक कटौती की जा रही हैं वहीं घरेलू बिजली में भी 6 घने की कटौती की जा रही हैं | बैरसिया से नजीराबाद तक इसी तरह की स्थिति बनी हुई हैं | जब किसान कंपनी के अधिकारियों को बिजली समस्या का बताते हैं तो अधिकारी उन्हें आश्वासन तो देते हैं कि एक दो दिन में समस्या खत्म हो जाएगी लेकिन इसका समाधान नहीं करते | बैरसिया क्षेत्र के किसानो की माने तो इसी तरह अगर बिजली कटौती होती रही तो गेहूं-चना की फसल अधिक प्रभावित होगी क्योंकि गेहूं – चना की फसल को अधिक पानी की ज़रूरत होती हैं जो बिजली न होने से नहीं मिल पा रहा हैं | जिसे लेकर बार-बार अधिकारियों से शिकायत भी की जा रही हैं लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही हैं | किसानो ने बताया कि रोज़ सुबह 6 बजे से बिजली गुल हो जाती हैं और दोपहर मे 12 बजे तक आती हैं इसी तरह सिंचाई के लिए उपयोग में आने वाली बिजली भी एक घंटे देरी से आकर एक घंटे पहले ही बंद कर दी जाती हैं ऐसे में किसानों की समस्या लगातार बढ़ती ही जा रही हैं | ग्रामीण इलाकों में तो बड़ी संख्या में किसानो द्वारा अवैध तार डालकर पंप चलाए जा रहे हैं, लेकिन अधिकारी इस पर कोई ध्यान ही नहीं देते ऐसे मैं लोड बढ़ना संभव हैं हमे तो यह सब बिजली कर्मियों की किसानो के साथ मिलीभगत ही लगती हैं | इस मामले की शिकायत सीएम से भी की गई थी, लेकिन कोई हल नहीं निकला अब फिर दोबारा सीएम से बिजली समाधान की गुहार लगाई जाएगी |
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