भोपाल : राज्य सरकार ने महुए से हैरिटेज शराब बनाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट आलीराजपुर में शुरू किया हैं | यहां मशीन से हैरिटेज शराब बनाने और उसकी टेस्टिंग शुरू की गई हैं | अलग-अलग तापमान पर उसे बनाया जा रहा हैं विभाग के सूत्रो का कहना हें कि टेस्टिंग जल्द ही हो जाएगी इसके बाद उसका व्यवसायिक उत्पादन प्रारंभ होगा इन्हें प्रारंभ में सरकारी आउटलेट पर ही रखा जाएगा | मप्र में इस बार शराब के लाइसेंस फीस 5% बढ़ाने
की कवायद चल रही हैं | पिछली बार 10 % लाइसेंस फीस थी मंत्री समूह इसे 20 % करना चाहता हैं | लेकिन कोई भी व्यापारी इस पर राज़ी नहीं हुआ और नतीजा यह निकला कि इस बार पहले से ही लाइसेंस फीस 15% रखने की तैयारी हैं | इसका कारण दरअसल यह हैं कि चालू वर्ष में शराब से होने वाली कमाई का टारगेट 13 हज़ार करोड़ हैं, जिससे 12 हज़ार ही खजाने में आएंगे इन स्थितियों के बाद भी लक्ष्य डेढ़ हज़ार करोड़ रुपए बढ़ाया जा रहा हैं | इसकी पूर्ति लाइसेंस फीस बढ़ाकर ही की जाएगी इसके लिए नई दुकानें न बढ़ेंगी और न पुरानी घटेंगी | स्कूलों और कॉलेजों के आसपास कितनी दूरी पर दुकानें होंगी सख्ती कैसे रखनी हैं इस बात पर भी चर्चा जारी हैं | इस प्रकार देसी शराब की कीमत 1-2 रुपए बढ़ सकती हैं सरकार द्वारा इसके टेंडर जारी हो गए हैं |