भोपाल : शहर मे जहां वाहनों का पीयूसी सर्टिफिकेट छह महीने में बनाने का प्रावधान हैं वहीं अब इसको दोगुना चार्ज लेकर एक साल की वैधता वाले सर्टिफिकेट बनाए जा रहे हैं | ट्रांसपोर्ट कमिश्नर एसके झा का कहना हैं कि सभी पीयूसी सेंटरों को एनआईसी के वाहन - 4 से लिंक किया जा रहा हैं | जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी इसकी गइडलाइन भी नए सिरे से जारी करेंगे | आमतौर पर शहर में चलित पीयूसी सेंटरों से छह महीने का सर्टिफिकेट जारी किया जाता हैं इन सेंटरों की संख्या करीब 60 हैं | लेकिन जिला प्रशासन के आदेशों के बाद भी दूरदराज़ के पेट्रोल पंपों खासकर बैरसिया रोड, करोंद, छोला रोड, अयोध्या बायपास एक्सटेंशन आदि पर जो पीयूसी सेंटर हैं | वह एक साल की वैधता वाले सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं जिन्हें, 500-500 रुपए लेकर एक साल के लिए जारी किया जा रहा हैं | जिन वाहनों के रजिस्ट्रेशन वर्ष 2012-2016 के बीच के हैं उनके भी पीयूसी सर्टिफिकेट बना दिए गए हैं | जिन वाहनों को एक साल का पीयूसी जारी किया गया हैं उनमें कारों की संख्या सबसे अधिक हैं दरअसल पेट्रोल पनप वाओ ने अपना खुद का पीयूसी सेंटर न खोलकर किसी परिचित के चलित वाहन का उपयोग अपने लिए शुरू करवा रखा हैं इस कारण भी चार्ज दोगुना लिया जा रहा हैं ट्रैफिक पुलिस की नज़र से ऐसे वाहन बचे हुए हैं जो यह सर्टिफिकेट लगाकर घूम रहे हैं | डीसीपी ट्रैफिक डॉ. हंसराज सिंह का कहना हैं कि हमारा पीयूसी चैक करने का फोकस नहीं रहता हमारा काम ट्रैफिक रेग्युलेशन करने की तरफ रहता हैं यदि आरटीओ द्वारा किसी प्रकार की कोई योजना चलाई जाएगी तो हम पूरा सहयोग करेंगे
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