भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) इब्राहीमपुरा निवासी आदिल जावेद सिविल कॉन्ट्रेक्टर हैं लॉंकडाउन में उनकी मुलाक़ात अजीम उद्दीन से हुई अजीम ने खुद को नगर-निगम का कर्मचारी बताया था | इसके बाद उसने नईम उद्दीन, रामभरोसे, सैयद चाँद, हनीफ खान और ओमप्रकाश से मिलवाया था, जालसाजों ने ओमप्रकाश को ज़ोनल अधिकारी और अन्य को क्लर्क बताया था | अजीम ने उन्हें न्यू मार्केट में मृगनयनी के पीछे नगर-निगम की दुकानें सस्ते में दिलाने की बात कही आरोपियों ने बताया था कि दुकान की कीमत 50 लाख रुपए हैं लेकिन हम उसका सौदा 30 लाख में करा देंगे आदिल और उसका एक साथी आरिफ़ कुरैशी जो फोर व्हीलर के इलेक्ट्रिशियन हैं दुकान लेने को तैयार हो गए | आरोपियों ने चौकी इमामबाड़ा स्थित नगर-निगम से एक फर्जी फार्म लेकर उनसे भरवाया था | आरोपी माता मंदिर स्थित नगर-निगम के ऑफिस के नीचे उन्हें मिलने बुलाते थे उनसे तीन दुकानें दिलवाने के नाम पर कई बार में 79 लाख रुपए वसूल लिए और फिर दुकानों के आवंटन का पत्र देते हुए जल्द ही चाबी दिलाने की बात कही | लेकिन काफी समय गुजरने के बाद भी जब चाबी नहीं मिली, तो उन्होने नगर-निगम जाकर मालूमात की तो फर्जीबाड़े का पता चला फिर आदिल ने अजीम से संपर्क किया तो उसने दुकान के बदले रातीबड़ में एक एकड़ जमीन दिलाने का एग्रीमेंट करा दिया, जब ज़मीन की रजिस्ट्री भी नहीं हुई तो अदिल ने अजीम और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई कोतवाली पुलिस ने जांच के बाद एक प्रॉपर्टी डीलर सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया हैं और अजीम उद्दीन को गिरफ़्तार कर लिया हैं |
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