भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) जेपी अस्पताल में अब डॉक्टर और अन्य कर्मचारी अपने मन मुताबिक काम नहीं कर सकेंगे जेपी अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं में डॉक्टर और स्टाफ ड्यूटी से गायब नहीं हो पाएंगे | दरअसल जेपी अस्पताल अब जांच के घेरे में आ चुका हैं इस कारण धीरे धीरे उसके सारे राज़ खुलते जा रहे हैं | जिन डॉक्टरों को सुबह नौ बजे ड्यूटी पर आना चाहिए वो 10 बजे तक अस्पताल में नहीं पहुँच रहे और दोपहर 2 बजे तक उन्हें रुकना चाहिए लेकिन एक बजे ही अधिकतर डॉक्टर गायब हो जाते हैं | शाम को 5-6 बजे तक राउंड पर आना चाहिए, लेकिन गिने चुने डॉक्टर ही आते हैं ऐसे में जीपीएस बेस्ड बायोमेट्रिक अटेडेंस की व्यवस्था लागू होने से डॉक्टरों को समय पर आना पड़ेगा और ड्यूटी खत्म होने तक रुकना पड़ेगा | दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने सार्थक एप के ज़रिए जीपीएस बेस्ड बायोमेट्रिक अटेंडेंस व्यवस्था लागू की हैं इस व्यवस्था के अंतर्गत कर्मचारियों को और डॉक्टरों को हर बार आते और जाते समय एप से ही पंच कर अटेंडेंस लगानी होगी इस एप के ज़रिए उपस्थिती दर्ज करने के लिए हर हाल में अपने कार्यस्थल पर पहुंचना तो होगा ही साथ ही ड्यूटी खत्म होने तक वहां मौजूद भी रहना पड़ेगा | ऐसे में इस व्यवस्था का विरोध भी शुरू हो गया हैं यह अटेंडेंस सीधे हेल्थ डायरेक्टरेट के सर्वर पर दर्ज होगी जेपी अस्पताल सहित संजीवनी, सीएचसी, पीएचसी और सिविल डिस्पेंसरी व अन्य स्टाफ के समय से पहले चले जाने की शिकायतें मिलती हैं जिसे देखते हुए एक जनवरी से एप से अटेंडेंस की व्यवस्था विभाग ने लागू की हैं |
|