भोपाल : ( नुजहत सुल्तान ) तालों के ताल भोपाल में चमकी बुखार फेलने की संभावना, दरअसल प्रदेश की राजधानी होने के कारण भोपाल में देशभर से लोगों का आना-जाना रहता हैं | चूंकि, पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार से भी यहां अधिकतर लोग आते हैं और इन दोनों ही राज्यों में चमकी बुखार के मरीज पाए गए हैं | आशंका हें कि इन राज्यों से कुछ मरीज यहां आए हैं इसलिए चमकी बुखार फेलने की आशंका हैं | चमकी बुखार से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की और से शहर में एक से 14 साल तक के सभी बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए अभियान शुरू करने की तैयारियां की जा रही हैं | इसके तहत केंद्र सरकार से वैक्सीन की मांग की गई हैं अगर समय पर वैक्सीन मिल जाती हैं तो फरवरी तक वैक्सीन अभियान शुरू हो जाएगा | भोपाल सहित इंदौर, रायसेन और विदिशा जिलों में भी वैक्सीन की आवश्यकता बताई गई हैं | दरअसल भोपाल सहित इन चार शहरों में भी चमकी बुखार फेलने की आशंका हैं, चमकी बुखार से बचाव के लिए वैक्सीनेशन किया जाना हैं | इसके लिए केंद्र सरकार से 25 लाख वैक्सीन मांगी हैं वैक्सीन आने पर फरवरी में वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा | अभियान के तहत 1 से 14 साल तक के सभी बच्चों को वैक्सीन का एक ही डोज़ लगाया जाएगा इसके बाद इस टीके को रूटीन टीकाकरण में शामिल कर लिया जाएगा | इसकी पहली खुराक नवजात को 9वें महीने में तो दूसरी खुराक 16वें महीने में दी जाएगी | इससे पहले कभी चमकी बुखार के लिए वैक्सीनेशन नहीं किया गया हैं | स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में जाकर इन बच्चों को वैक्सीन लगाएगा |
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