ब्रेकिंग न्यूज़ भोपाल : हेडफोन लगाकर पटरी पर बैठे बीबीए छात्र की ट्रेन की चपेट में आने से मौत                खजुराहो : दो बच्चों के साथ कुएं में कूदी महिला, बच्चों की मौत मां बच गई |                इंदौर : सीबीआई अफसर बनकर बुजुर्ग को गिरफ्तारी का डर बताकर 40 लाख रु. ठगे |                नागदा : वीआरएस स्वीकृत होने से पहले ही लाइनमैन 4 हज़ार रु. रिश्वत लेते पकड़ाया |                ग्वालियर : दिवाली के चलते घर की साफ-सफाई कर रहे व्यक्ति को सांप ने काटा, मौत |                भिंड : प्यार में पागल ब्राज़ील की 51 साल की महिला 30 साल के युवक से शादी रचाने भिंड आई |                शिवपुरी : टायर फटने से पलटे ट्रक में भड़की आग में ड्राइवर, क्लीनर जिंदा जले |                हरदा : शराबी बेटे ने 90 साल की मां को जलाया, गंभीर |                  
कथावाचक जया किशोरी ने भागवत कथा में लोगों को सीख दी, ज़िंदगी की भागदौड़ में भगवान को याद करते रहे, अपने विचार सकारात्मक बनाएं |

भोपाल : भेल दशहरा मैदान में मंगलवार को चल रही भागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक जया किशोरी ने लोगों को सीख दी, उन्होने कहा कि सिर्फ अपने बुरे समय में भगवान को याद न करे बल्कि अपनी ज़िंदगी की आपाधापी मे भी भगवान को सदेव याद करते रहे, क्योंकि भगवान ही हमारा साथ देता हैं कोई बुरे समय में साथ नहीं देता | उन्होने लोगों को बताया कि बड़े-बड़े लोगों के पीछे लोग इसलिए भागते हैं कि वह बुरे समय में उनके काम आएंगे लेकिन बुरे समय में लोग फोन तक नहीं उठाते तब भगवान ही याद आते हैं इसलिए अपनी पहुंच भगवान तक बनाओ | भगवान से खूब मांगो लेकिन उसके लिए उसका ध्न्यवाद भी तो अदा करो | लेकिन आजकल के दौर में हर व्यक्ति कामकाज में इतना व्यस्त हैं कि उसके पास भगवान के लिए टाइम ही नहीं हैं | उन्होने कहा कि कोरोना काल के दिन याद कीजिए जब आपके सारे छोटे बड़े काम रुक गए थे, तब आपका साथ किसी ने नहीं दिया था और आपके पास भगवान को याद करने के अलावा कुछ नहीं था | सोचिए आप ज़िंदा बच गए तो यह भगवान की ही तो कृपा हैं, इसलिए कर्म करें, कर्तव्य निभाएं, लेकिन भगवान को भी याद करते रहे | उन्होने कहा कि शिकायत ही नहीं करे बल्कि जो मिला हैं उसके लिए भगवान के प्रति आभार भी जताए | किशोरी जी ने कहा कि बहुत से लोग धन वैभव मिलने पर भी खुश नहीं होते और बहुत से लोग ऐसे हैं जो यह सोचकर परेशान और व्यथित रहते हैं कि उनके पास धन नहीं हैं,  जीवन में हमें संतोष जब ही मिलेगा तब हमारे विचार सकारात्मक होंगे 

Advertisment
 
प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
Copyright © 2016-17 LOKJUNG.com              Service and private policy              Email : lokjung.saify@gmail.com