भोपाल : कांग्रेस विधायक ने अतिक्रमित भूमि का रिकॉर्ड सरकार से मांगा तो खुद ही फंस गए विधायक और उनके बड़े भाई का 221 एकड़ आरक्षित वन भूमि पर 43 साल से कब्जा था | एक आरटीआई के जरिए छतरपुर ज़िले में शासकीय पट्टे और अतिक्रमित भूमि का रिकॉर्ड सरकार से मांगने वाले कांग्रेस विधायक खुद ही इस मामले के दोषी पाए गए | कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी और उनके बड़े भाई पूर्व राज्यसभा सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी का 221 एकड़ आरक्षित वन भूमि पर अतिक्रमण 43 साल से हैं | जब इस मामले की जांच की गई तो पाया कि सूरजपुरा वन खंड की जमीन के बड़े हिस्से पर कांग्रेस विधायक और उनके बड़े भाई का कब्जा हैं | वन मंत्री विजय शाह ने 21 दिसंबर को इस अतारांकित सवाल का जवाब दिया साथ ही करीब 700 अतिक्रमणकर्ताओं की सूची दी | जिसमें 616 नंबर पर मोरबा मौजा गांव अतिक्रमणकर्ताओं में सत्यव्रत चतुर्वेदी, पुत्र बाबू राम चतुर्वेदी, आलोक चतुर्वेदी, उनकी पत्नी ममता चतुर्वेदी, परिवार के सदस्य अंजना चतुर्वेदी और नितिन चतुर्वेदी के नाम भी शामिल हैं | आलोक को करीब 52 हेक्टेयर ज़मीन का अतिक्रमणकर्ता बताया गया हैं और सत्यव्रत को करीब 26 हेक्टेयर भूमि का अतिक्रमणकर्ता बताया हैं | आलोक चतुर्वेदी का कहना हैं कि जिस ज़मीन पर हमें अतिक्रमणकर्ता बताया जा रहा हैं वह ज़मीन हमारे पास वन संरक्षण आधिनियम बनने के पहले से हैं | वहीं वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि जंगल की ज़मीन पर अतिक्रमण करना बहुत गलत बात हैं | कानून के हिसाब से जो उचित होगा वह कार्रवाई की जाएगी |
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