भोपाल : राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में बताया गया हैं कि मप्र में सबसे ज़्यादा सड़क हादसे शाम 6 से लेकर 9 बजे के बीच होते हैं | जबकि सबसे कम मध्यरात्री के बाद 3 से 6 बजे के बीच होते हैं | राज्य में हर 43 मिनट में सड़क दुर्घटना में एक मौत हो रही हैं | तेज़ रफ्तार से वाहन चलाकर दुर्घटनाग्रस्त होने वालों की संख्या 2021 में 79.1% निकली हैं | शहरों की तुलना में गांवों में हादसे ज़्यादा हो रहे हैं यह कुल हादसो का 71% हैं | इसी तरह 2021 में मप्र के नेशनल हाइवे पर 155, स्टेट हाइवे पर 140 तो पीडब्ल्यूडी (एनएच) पर 60 हादसे हुए हैं | हाइवे पर दुर्घटनाएं और मौतें 25 से 28% तक हैं, जबकि अन्य मार्गों पर 47% हैं | हादसों का शिकार सबसे अधिक युवा हैं नेशनल हाइवे पर दुर्घटना व मौत में मप्र का चौथा तो स्टेट हाइवे पर दुर्घटना में दूसरा और मौतों में चौथा स्थान हैं, हर 100 दुर्घटनाओं में एक मौत के मामले में मप्र का स्थान देश में 29वां हैं | रोड सेफ़्टी रिपोर्ट बताती हैं कि साल 2021 में सबसे अधिक सड़क हादसे जबलपुर, इंदौर, भोपाल, धार और ग्वालियर में हुए हैं | जबकि सबसे अधिक मौतें धार, इंदौर, सागर, जबलपुर और खरगोन में हुई हैं | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता वाले इस परिषद ने तय किया हैं कि 2023 में सारे ब्लैक स्पॉट खत्म करके यहां पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी
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