भोपाल : 8 साल पहले नगर-निगम ने शाहपुरा मे हॉकर्स कॉर्नर बनाया था इसमें 46 लाख रुपए खर्च हुए थे इसे पिछले साल स्वच्छता के लिए 5 लाख रु. अवार्ड भी दिया गया था | लेकिन गुरुवार को इस कॉर्नर को अवैध बताकर हटा दिया गया | स्थानीय पार्षद अरविंद वर्मा ने कहा कि रहवासियों ने यहां अवैध और अनैतिक गतिविधियों की शिकायत की थी | जबकि हॉकर्स का आरोप हैं कि पार्षद हर दुकानदार से हर महीने 5 हज़ार रु.मांग रहे थे हमारे पैसा न देने पर झूठा आरोप लगाकर यह कार्रवाई की | कुछ महीनों से हॉकर्स व्यवसायियों और अफसरों के बीच चर्चा हों रही थी | सिर्फ अतिक्रमण हटाने की बात बोली थी, लेकिन सभी दुकानें हटा दी गई हैं | कार्रवाई के दौरान पार्षद अरविंद वर्मा और हॉकर्स विक्रम मीणा दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे | मीणा का आरोप था कि पार्षद हर महीने दूकानदारों से पैसा वसूल रहे हैं, और पार्षद का आरोप था कि मीणा ने यहां 30 से ज़्यादा गुमठियां लगा ली थी, मीणा का कहना हैं कि उन्होने अपनी दुकान पर लिखवा रखा था कि हमारी कोई ब्रांच नहीं हैं | ताकि साफ रहे कि शेष गुमठियों से उनका कोई लेना देना नहीं हैं | पार्षद का आरोप था कि ज़्यादातर व्यापारी आपराधिक प्रवृत्ती के हैं यहां प्राइवेट रूम बनाकर अवैध और अनैतिक गतिविधियां संचालित हों रही थी | कार्रवाई के दौरान बियर की बोतलें भी मिली हैं | इसलिए यहां स्थापित हॉकर्स को हटा दिया गया हैं |
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