रायपुर/नई दिल्ली : चुनौतीपूर्ण दौर से गुज़र रही देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी शुक्रवार से रायपुर में महामंथन करने जा रही हैं अपने 85वें अधिवेशन में संगठन को नई ऊर्जा और स्वरूप देने के लिए बदलावों की रूपरेखा बनाई जाएगी पार्टी विपक्षी एकता के नाम पर क्षेत्रीय दलों की दबाव की राजनीति से निपटने का फॉर्मूला भी खोजेगी | इसमें यह तय किया जाएगा कि किस राज्य में किस पार्टी के साथ कैसा गठबंधन हों और सहयोगी दलों से रिश्ता किस हद तक होना चाहिए | पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में 4 हज़ार किमी की भारत जोड़ो यात्रा से उत्साहित पार्टी 2024 का रोडमैप भी बनाएगी | 26 साल बाद गैर गांधी अध्यक्ष की अगुवाई में हों रहा कांग्रेस का महाधिवेशन, अधिवेशन में देशभर के 15 हज़ार प्रतिनिधि जुट रहे हैं | 24 से 26 फरवरी तक चलने वाले अधिवेशन में राजनीतिक, आर्थिक सहित 6 प्रस्तावों पर चर्चा होगी इसके अलावा भाजपा से मुक़ाबले की रणनीति तय होगी | इस अधिवेशन में 12 पूर्व मुख्यमंत्री शिरकत करेंगे तबीयत ठीक रही तो पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी उपस्थित होंगी | अधिवेशन ऐसे समय हों रहा हैं जब कर्नाटक, मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनावी तैयारी शुरू हों गई हैं | कांग्रेस की तीन राज्यो में सरकार हैं राजस्थान, छत्तीसगढ़ में इसी साल चुनाव हैं
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