भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) विधानसभा की जानकारी के मुताबिक साल 2019 तक वर्ष 2013 से 2018 के कार्यकाल मे मंत्री रहे जयंत मलैया और गौरी शंकर बिसेन को छोड़कर दूसरे किसी भी मंत्रियों ने विधानसभा को संपत्ति की जानकारी नही दी हैं, जबकि खुद मंत्रियों ने ही तय किया था कि वे बजट सत्र मे अपनी संपत्ति विधानसभा से साझा करेंगे विधानसभा में संपत्ति का ब्यौरा रखने की परंपरा 1990 से शुरू हुई थी, तब से 2010 तक मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री भी अपनी संपत्ति बताते थे, लेकिन 2011 व 12 में मुख्यमंत्री के साथ 16 मंत्रियों और 2013 में सीएम के साथ 17 मंत्रियों ने संपत्ति की जानकारी दी डॉ. सिंह ने संसदीय कार्य मंत्री के रूप में दिसंबर 2019 में सदन में संपत्ति के विवरण के संबंध मे संकल्प पेश किया था | विधानसभा में लगातार संकल्प पारित होते रहे कि सभी मंत्री-विधायक अपनी संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक करेंगे | लेकिन फिर भी 3 साल में सिर्फ एक मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने 2019-20 में संपत्ति सार्वजनिक की | इस दौरान कुल 29 मंत्रियों ने संपत्ति का कोई ब्यौरा विधानसभा सचिवालय से साझा नहीं किया | नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ही एक ऐसे विधायक हैं जिन्होने तीनों ही सालों में संपत्ति का ब्यौरा दिया हैं | संकल्प पारित होते समय एनपी प्रजापति जो विधानसभा अध्यक्ष थे उनके द्वारा तीन सालों मे एक बार भी संपत्ति की कोई जानकारी नहीं मिली वर्तमान अध्यक्ष गिरीश गौतम ने 2020-21 में एक बार संपत्ति साझा की थी |
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