भोपाल : स्ट्रीट लाइटें खराब होने और बिजली चोरी होने की समस्या अब पूरे शहर मे हो रही हैं पूरे शहर मे करीब 70 हज़ार स्ट्रीट लाइटें हैं इनमें से लगभग 25 हज़ार का मेंटेनेंस स्मार्ट सिटी और बाकी 45 हज़ार नगर-निगम के पास हैं | हाल ही मे निगम ने कुछ नए इलाकों मे भी स्ट्रीट लाइटों का काम शुरू किया हैं | इनके पूरे होने के बाद निगम के पास लगभग 60 हज़ार स्ट्रीट लाइटें होंगी | इनकी व्यवस्था निगम के लिए समस्या बनती जा रही हैं, वल्लभ भवन के आसपास बिजली चोरी के कारण यहां लगी स्ट्रीट लाइटें खराब होती जा रही हैं, नगर-निगम के पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं हैं जिससे वो बिजली चोरी पर नज़र रख सके | इस वीआईपी इलाक़े मे इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए नगर-निगम यह व्यवस्था निजी हाथो में देने की तैयारी कर रहा हैं | इस इलाक़े मे स्ट्रीट लाइट के 700 पोल लगे हुए हैं, शहर मे कई जगह स्ट्रीट लाइट के बार बार खराब होने की समस्या हैं, इस इलाक़े मे हर महीने 75 हज़ार यूनिट बिजली चोरी हो रही हैं, इसकी कीमत 4.50 लाख रु. होती हैं | इसके अलावा यहां से स्ट्रीट लाइट के लैंप भी चोरी हो रहे हैं | इस इलाक़े में स्ट्रीट लाइट बंद होने पर 72 घंटे के भीतर नई लाइट लगानी होगी, इसके अलावा चोरी की जानकारी मिलने पर तत्काल उसकी सूचना देनी होगी यदि ऐसा नहीं किया गया तो बिजली चोरी के बराबर की राशि बिल मे से काट ली जाएगी | नगर-निगम अकेले स्ट्रीट लाइटों के बिजली बिल पर हर महीने 2 करोड़ रुपए खर्च करता हैं | नगर-निगम के पास स्ट्रीट लाइटें बंद होने की रोजाना 30 से ज़्यादा शिकायतें पहुँचती हैं नगर-निगम इन शिकायतों को दूर करने में 3 से 4 दिन का समय लगाता हैं |
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