भोपाल :(नुजहत सुल्तान ) गोशालाओं के निर्माण का जिम्मा मनरेगा को दिया गया हैं, 2020-21 में 30 गोशाला के निर्माण कराने के लिए 8.54 करोड़ का बजट दिया गया | लेकिन अभी तक सिर्फ 17 गोशालाओं का निर्माण ही पूरा हुआ हैं इससे भी बड़ी लापरवाही यह है कि इनमें महज 3 गोशालाओं का ही संचालन किया जा रहा हैं | 14 गोशालों के तैयार होने के बाद भी इनमें गोवंश नहीं रखा जा रहा हैं जबकि 13 गोशालाएं अभी अधूरी पड़ी हैं | इसके पहले 2019-20 में मनरेगा के माध्यम से ही ज़िले में 12 गोशालाओं का निर्माण हुआ हैं, करीब 3.32 करोड़ रु. से बनाई गई इन गोशालाओं का संचालन शुरू हुआ हैं, ऐसे में इन गोशाला में अभी 1173 गौवंश को रखा गया हैं | वहीं राजधानी की सड़कों पर 10 हज़ार से भी ज़्यादा गोवंश आवारा घूम रहे हैं, जिनके कारण लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं पिछले एक साल में करीब 125 हादसे इनकी वजह से हुए | इन हादसों में न केवल गोवंश घायल होता हैं बल्कि लोगों की जान भी चली जाती हैं | अफसरों की लापरवाही के चलते गोवंश को गोशालाओं में नही पहुंचाया जा रहा | पशु पालन विभाग और पंचायत विभाग एक दूसरे पर इनकी ज़िम्मेदारी डाल रहे हैं | लेकिन अभी यह तय नहीं हुआ हैं कि आखिर सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंश को खाली गोशालाओं तक कौन पहुंचाएगा | इस मामले में जब पशु चिकित्सा सेवा के उपसंचालक अजय रामटेके से पूछताछ की गई तो उन्होने कहा कि हमारे पास अमला नहीं हैं कि हम गोवंश शिफ्ट करें, लेकिन नगर-निगम और पंचायत के अधिकारियों से बात करके निर्मित गोशालाओं में गोवंश को भेजा जाएगा |
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