भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) मध्यप्रदेश में हुई बारिश और ओलों के कारण 39 हज़ार किसानों की करीब 33 हज़ार हेक्टेयर फसल खराब हो चुकी हैं, 20 से अधिक हिस्सों में ओले गिरने से किसानों को भारी नुकसान हुआ हैं | ओले गिरने से गेहूं, चना, लहसुन, ईसबगोल, धनिया, अलसी, मक्का, मसूर, सरसों, एवं सब्जी की फसलें खराब हो गई हैं | हालांकि इससे कितना नुकसान हुआ हैं यह जानकारी अभी नही मिल पाई हैं इसका पूरा रिकॉर्ड एक हफ्ते बाद ही मिल पाएगा सरकार भी किसानों के इस भारी नुकसान से चिंताजनक हो गई हैं | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह सीएम हाउस में ओलावृष्टि की जानकारी ली, सीएम ने प्रभावित जिलों में तत्काल सर्वे शुरू कराने के निर्देश दिए हैं, साथ ही एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी हैं | ओले बारिश से सीहोर के प्रसिद्ध शरबती गेहूं का दाना गल गया हैं, उसका रंग सफ़ेद पड़ गया हैं | कृषी उपज मंडी सीहोर में अच्छी क्वालिटी का शरबती गेहूं 3200 से 3911 रु. प्रति क्विंटल में बिका हैं | जबकि बारिश में भीगे गेहूं का रेट सिर्फ 2200 से 2300 रु. प्रति क्विंटल रहा | विदिशा में भी 20 मार्च तक 6 बार ओले गिरने से गेहूं की बालियां गिर गई हैं | विधानसभा में खराब हुई फसलों और पेपर लीक होने का मामला उठा, पेपर लीक को कांग्रेस ने 20 लाख बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ बताया | नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि ओलावृष्टि से खड़ी फसलें खराब हो गई किसानों में हाहाकार मचा हैं, सरकार ने अब तक सर्वे शुरू नहीं करवाया हैं विरोध में सदन से वॉकआउट हो गए |
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