भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) रमजान के मुबारक और बाबरकती महीने का पहला रोज़ा शुक्रवार को बंदों ने बहुत ही उल्लास के साथ रखा सभी बंदों में खुशी दिखाई दे रही थी, शुक्रवार को पहला रोज़ा होने से बंदे ओर ज़्यादा खुश नज़र आ रहे थे, मोती मस्जिद में शहर क़ाज़ी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने बंदों को अपनी मजहबी तकरीर में हिदायत देते हुए उन्हें रोज़े का महत्व समझाया | उन्होने कहा कि बंदे रमजान मुबारक में जितनी ज़्यादा इबादत कर सकते हैं करें फालतू कामों से अपना कीमती वक़्त ज़ाया न करें | वह अपना वक़्त अल्लाह की राह में खर्च करने का कोई भी मौका न गवाएं रोज़े रखे ओर जो लोग किसी मजबूरी की वजह से रोज़े न भी रखे तो रोजेदारों का एहतमाम करें, ग़रीबों की मदद करें, रातों में जो बंदे बाहर फालतू घूमते हैं वह मस्जिदों व घरों में इबादत करें सभी छोटी बड़ी मस्जिदों में तराबीह का सिलसिला भी जारी हैं, वहीं घरों में औरतों की तराबीह के भी इंतेजामात किए गए हैं | पर्दे का पालन करते हुए कई औरतें भी मजहबी हिदायतों के साथ तराबीह अदा कर रही हैं | लोगों ने इसके लिए घरों, बड़े हॉल और अन्य स्थानों पर इंतेजाम कर रखे हैं, यहां होने वाली तराबीह 10,14 या 21 में अदा की जाएंगी | वहीं जुमा की नमाज़ अदा करने के लिए शहर की सभी मस्जिदों में बंदे वक़्त से पहले ही पहुँच गए थे, ताजुलमसाजिद , मोती मस्जिद, जामा मस्जिद, कुलसुम बी की मस्जिद और टीटी नगर की जामा मस्जिद, अशोका गार्डन स्थित सकलैनी जामा मस्जिद सहित कई मस्जिदों में बड़ी संख्या में बंदों ने नमाज़ पढ़ी |
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