भोपाल : प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्हीकल्स में 19 सितंबर से वीएलटीडी और पैनिक बटन लगवाने की शुरूआत हुई थी | अब तक 7983 वाहनों में वीएलटीडी लग चुका हैं | 2018 से पहले रजिस्टर्ड ओला-उबर टैक्सी सहित कमर्शियल यात्री वाहनों को व्हीकल लोकेशन एंड ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) और पैनिक बटन लगवाना ज़रूरी होगा, ऐसा नहीं करने पर इन वाहनों को फिटनेस नहीं मिलेगा | परिवहन विभाग ने इन वाहनों में 31 मार्च 2023 तक वीएलटीडी और पैनिक बटन लगवाने की मोहलत दी थी | ओला उबर सहित सभी तरह के टैक्सी वाहनों के साथ ही यात्री बस और स्कूल बसें भी इस दायरे में आ रही हैं, इस प्रकार का कोई भी वाहन बिना फिटनेस के चलता मिलेगा तो उस पर ट्रैफिक पुलिस के साथ ही आरटीओ कार्रवाई कर जुर्माना लगाएगा | इसके अलावा परिवहन विभाग ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन भी रद्द करने पर विचार कर रहा हैं | भोपाल आरटीओ सहित प्रदेशभर के परिवहन दफ्तरों में 15 कंपनियां वाहनों में वीएलटीडी और पैनिक बटन लगाने का काम कर रही हैं | भोपाल में 14 हज़ार जबकि प्रदेशभर में 1 लाख 3 हज़ार से अधिक वाहन हैं |
|