भोपाल : राजधानी के तहसील कार्यालयों में अधिकारियों की कमी हो गई हैं हालात यह हैं कि किसी तहसील में एक भी तहसीलदार नहीं बचा और किसी तहसीलदार को दो-दो ऑफिस का प्रभार संभालना पड़ रहा हैं | प्रमोशन के बाद अधिकतर तहसीलदार और नायब तहसीलदार रिलीव हो गए हैं, जीएडी ने तहसीलदारों को प्रभारी डिप्टी कलेक्टर घोषित किया था, इस कारण राजधानी में 11 तहसीलदारों के ट्रांसफर हुए, जिनमें से छह को रिलीव कर दिया गया हैं | कोलार से दो नायब तहसीलदारों को कलेक्टोरेट में जोड़ दिया गया हैं, वहीं तहसीलदार मनीष शर्मा को कोलार के साथ ही एमपी नगर नजूल वृत्त का भी प्रभार दिया गया हैं | टीटी नगर के तहसीलदार अविनाश मिश्रा के पास दो कार्यालयों का चार्ज हैं, तहसीलदार मनोज श्रीवास्तव के पास शहर के साथ ही गोविंदपुरा का चार्ज भी हैं | हुजूर और बैरसिया में एक-एक तहसीलदार हैं | इसके चलते नामांतरण, सीमांकन और राजस्व के आम लोगों से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्य और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की मानीटरिंग में भी दिक्कतें आने लगी हैं, प्रदेश में लाड़ली बहना योजना का काम भोपाल में सबसे ज़्यादा धीमी गति से चल रहा हैं, पहले से ही यहां बड़ी संख्या में लंबित प्रकरण हैं, वहीं अब अफसरों के नहीं होने से परेशानी बढ़ गई हैं | तीन दिन के अवकाश के कारण काम का बोझ और बढ़ गया हैं |
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