भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) एसोसिएशन के संरक्षक डॉ. जेपी पालीवाल ने बताया कि जून 2022 से अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत होने वाले इलाज का पैसा नही मिला हैं | एक साल से अधिक समय हो गया सरकार ने अस्पतालों का भुगतान नही किया हैं सिर्फ भोपाल के अस्पतालों का करीब 100 करोड़ रुपया बकाया हैं | एसोसिएशन में प्रदेश के अन्य जिलों के अस्पताल संचालक भी शामिल हैं, अगर पूरे प्रदेश की बात करें तो 700 करोड़ से अधिक का भुगतान अटका हुआ हैं | लेकिन, जिम्मेदारों का इस और ध्यान ही नहीं हैं यही वजह हें कि अस्पतालों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया हैं जिम्मेदारों से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं | इलाज न मिलने पर मरीजों को परेशानी तो होगी ही लेकिन अस्पताल चाहकर भी मरीजों का इलाज करने में असमर्थ हैं | शहर के 139 अस्पताल आयुष्मान में रजिस्टर्ड हैं, करीब 70 निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों का इलाज 15 अप्रैल से बंद कर दिया जाएगा | अधिकारियों का कहना हें कि जिन कार्ड धारकों का इलाज किया गया उनके कार्ड फर्जी हैं डॉ. अजीत का कहना हें कि अगर मरीजों के कार्ड फर्जी हैं तो इसमें हमारी क्या गलती हैं ? कार्ड हमने नहीं बनाए इलाज शुरू करने से पहले कार्ड लगाकर विभाग से एप्रूवल लिया गया | अब कार्ड फर्जी होने की बात कहकर भुगतान नहीं किया जा रहा |
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