भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) दो दिन पहले साइबर क्राइम ब्रांच ने श्यामनगर बरखेड़ा पठानी निवासी हर्ष यादव की शिकायत पर शांति नगर, बरखेड़ा पठानी निवासी भगवान सिंह ठाकुर और लहारपुर कटारा हिल्स निवासी अमोल गोडगे के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था | हर्ष ने भगवान सिंह को बोला कि उसे कारोबार करने के लिए 2 लाख रु. लोन चाहिए इसके बाद भगवान ने अमोल से हर्ष की मुलाकात कराई | अमोल ने झांसा दिया कि उसे नया बैंक खाता खुलवाकर साथ में 2000 रु. प्रोसेसिंग फीस के देगा तो ही लोन दिलवाएगा | हर्ष ने 2000 रु. दिए और बैंक खाता खोलकर उसका एटीएम, पासबुक, चेकबुक आदि अमोल को दे दिया अप्रैल के महीने में उसे लोन के लिए दस्तावेज़ भी दिए थे | अमोल ने धोखाधड़ी करते हुए अपना मोबाइल नंबर उसके खाते मे रजिस्टर्ड करा लिया जब लोन नहीं मिला तो हर्ष ने अपने दस्तावेज़ वापस मांगे जिसे अनमोल ने देने से मना कर दिया बैंक से जानकारी मिली कि खाते में 18 लाख रु. जमा हुए और निकाले गए हैं, क्राइम ब्रांच ने भगवान सिंह ठाकुर, अमोल गोडगे को हिरासत में लेकर पूछताछ की जिसमें उन्होने बताया कि वह दूसरे लोगों के नाम से खाते खुलवाकर उसमें ठगी की रकम जमा कराते हैं | क्राइम ब्रांच की टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया हैं | गिरोह के मास्टर माइंड पश्चिम चंपारण बिहार के हैं जबकि उनके सहयोगी भोपाल के रहने वाले हैं | क्राइम ब्रांच ने शिवम और आलोक को रिमांड पर लिया हैं कोर्ट ने भगवान सिंह, अमोल, अंकित और अभिषेक के जेल वारंट बनाए थे | क्राइम ब्रांच की टीम सभी आरोपियों को जेल दाखिल कराने जा रही थी तभी गाड़ी मे पीछे बैठे साइबर ठग अमोल ने लालघाटी पर दरवाजे को धक्का दिया और गाड़ी से कूदकर दौड़ लगा दी, ड्राइवर ने गाड़ी रोकी जब तक वह दूर निकल गया था टीम ने दूसरे तीन साथियों को संभालने के चक्कर में उसका पीछा नहीं किया | और वह फरार हो गया अमोल को फरार कराने मे उसके भाई का हाथ हैं लालघाटी से अमोल अपने भाई के साथ स्कूटर से भाग निकला पुलिस उसकी तलाश कर रही हैं |
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