सतना : यह दिल दहला देने वाला वाक़्या कोलगवां के ट्रांसपोर्ट नगर में रहने वाले प्रमोद गुप्ता का हैं, 55 वर्षीय प्रमोद कुमार गुप्ता के तीन बच्चे अनुष्का (21) उदय, (18) और रैना, (12) हैं | बड़ी बेटी अनुष्का 6 साल पहले सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गई थी, जिससे उसके दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए थे जिससे वह चलने फिरने में नाकाम होकर बिस्तर पर आ गई थी | उसने घर पर रहकर ही पढ़ाई जारी रखी और 2022 में प्राइवेट के तौर पर दसवीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होकर 76% अंकों से परीक्षा पास की | छात्रा को इलाज के दौरान सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला 6 साल से लगातार बेटी का इलाज करा रहे पिता ने अपना घर और दुकान तक बेचकर बेटी के इलाज में पैसा लगाया बाद में लोगों से कर्जा लेकर भी बेटी का इलाज कराया | परिवार वालों ने बताया कि कुछ महीने पहले आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी जिस कारण प्रमोद ने अपना खून बेचकर घर में खाने और गैस सिलेंडर का इंतेजाम किया था | एक लोडर वाहन किस्तों पर लिया था, किस्त न भर पाने के कारण उनके ऊपर 5 लाख रुपए का कर्ज भी चढ़ गया था | जिस किराए के मकान में वह रह रहे थे एक साल से उसका किराया भी नहीं दिया था | सोमवार रात घर से जाने के बाद परिजन प्रमोद को फोन कर रहे थे लेकिन उन्होने फोन नहीं उठाया, फिर मंगलवार सुबह साढ़े 4 बजे अनुष्का के मोबाइल पर उन्होने फोन कर कहा कि अब में बहुत थक चुका हूँ | तुम्हारा इलाज नहीं करा सकता और मैं आत्महत्या करने जा रहा हूँ | इतना सुनते ही अनुष्का ने पिता के दोस्त धर्मेन्द्र और चाचा विनोद गुप्ता को फोन कर पिता को खोजने के लिए कहा | जब तक कोई उन तक पहुंचता इससे पहले ही उनकी मौत की खबर आ गई प्रमोद ने 6 साल की जद्दोजहद के बाद थक कर मंगलवार सुबह ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली |
|