इंदौर : खरगोन में पदस्थ पटवारी जितेंद्र पिता मोतीलाल सोलंकी (45) के खरगोन और इंदौर स्थित ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में छापे मार कार्रवाई की | 25 सदस्यीय अधिकारी कर्मचारी की टीम ने चार स्थानों पर एक साथ कार्रवाई की 25 साल की नौकरी में वेतन से करीब 60 लाख रु. की आय अर्जित करने वाले इस पटवारी के घर से 5 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति मिली हैं | हैरत की बात तो यह हैं कि 2008 से उसने फर्जी तरीके से ग़रीबी रेखा का कार्ड बनवा रखा था, पटवारी इस कार्ड से अपने पूरे परिवार का इलाज अस्पतालों में मुफ्त करवाता था, और राशन की दुकान से सस्ते गेंहु चावल भी खरीदता था | डीएसपी संतोष सिंह भदौरिया और प्रवीण सिंह बघेल की टीम ने उसके खरगोन स्थित घर पर दबिश दी फिर इंदौर में भी उसके फ्लैट की तलाशी ली गई | गौरीधाम स्थित घर में अलमारी की तलाशी ली गई तो उसमें गरीबी रेखा का कार्ड निकला इस कार्ड में खुद पटवारी उसकी पत्नी, दो बेटियों के साथ ही उसके माता पिता के नाम भी दर्ज हैं | पटवारी के अलग-अलग बैंकों के आठ खातों का हिसाब होना बाकी हैं, पटवारी के घर से सोने चांदी के जेवर एलआईसी की पॉलिसी, प्रॉपर्टी के पेपर्स मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही हैं | लोकायुक्त पुलिस को घर की तलाशी में कुछ डायरी भी मिली हैं, इसमें 15 और 24 लाख रुपए का लेनदेन पिपरखेड़ा में एक जमीन को लेकर हुआ हैं | पटवारी ने खुद स्वीकारा कि वह डायरी पर भी ज़मीनों के सौदे करता रहा हैं |
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