इंदरगढ़ / दतिया : ग़रीबी कभी कभी इतना मजबूर कर देती है कि इंसान चाहकर भी कुछ नहीं कर पाता ऐसी ही एक घटना ने एक 6 महीने के मासूम की जान ले ली | दरअसल छह महीने के मासूम बच्चे को निमोनिया होने के कारण उसे गुरुवार सुबह 11 बजे दतिया जिले के इंदरगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गई माँ तब यह बच्चा ज़िंदा था, लेकिन निमोनिया बिगड़ने के कारण हालत गंभीर थी, डॉ. जितेंद्र वर्मा ने इंजेक्शन लगाया, भाप दी फिर भी हालत में सुधार नहीं हुआ तो उन्होने दतिया जिला अस्पताल रैफ़र कर दिया | डॉक्टर ने खुद अपने फोन से एंबुलेंस 108 को कॉल किया लेकिन एंबुलेंस 2 बजे पहुंची | अस्पताल मे ही विधायक निधी से मिली दो एंबुलेंस खड़ी थी, लेकिन ग़रीब माँ रेनू जाटव के पास पैट्रोल भरवाने के पैसे नहीं थे | जब तक एंबुलेंस आई तब तक बच्चे ने माँ की गोद में ही दम तोड़ दिया था | इस मौत का जिम्मेदार कौन होगा ग़रीबी और सिस्टम की लापरवाही ने एक मासूम की ज़िंदगी छीन ली | बीएमओ डॉ. अरुण शर्मा बोले हमारी एंबुलेंस ले जाने के लिए एसडीएम से परमिशन लेना पड़ती हैं, सीएमएचओ दतिया डॉ. आरबी कुरेले बोले सेंवढ़ा विधायक ने एंबुलेंस तो दी पर पैट्रोल नहीं दिया हम क्या करे |
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