नागपुर : भाजपा मुस्लिम मोर्चा का अशरफ से पसमांदा तक ( कुलीन वर्ग से कमजोर वर्ग की और ) पहुँचने का देशव्यापी अभियान 10 मई से शुरू होने जा रहा हैं | इस अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी ने मुस्लिम वर्ग के पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों पर ध्यान देना शुरू किया हैं | भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने बताया कि इस अभियान में करीब 3 लाख से अधिक मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया हैं | 3 लाख मुस्लिम ‘मोदी मित्र’ देशभर के 65 मुस्लिम बहुल लोकसभा क्षेत्रों में प्रधान मंत्री मोदी के साथ केंद्र की मुस्लिम कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करेंगे | इसके लिए देश के मुस्लिम बहुल 65 लोकसभा क्षेत्रों का चयन किया गया हैं, यहाँ 30% से अधिक मुस्लिम वोटर हैं, इस अभियान के तहत बताया जाएगा कि भाजपा सरकार की सभी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के मुसलमानों को मिल रहा हैं | एक लोकसभा क्षेत्र में 5000 मुस्लिम ‘मोदी मित्र’ रहेंगे | ये प्रोफेसर, डॉक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता जैसे गैर राजनीतिक व्यक्ति होंगे | भारतीय मुसलमानों को मुख्य रूप से तीन जातियों में बांटा गया हैं, राज्यसभा के पूर्व सदस्य और पसमांदा मुस्लिम आंदोलन के नेता अली अनवर अंसारी के अनुसार पहली श्रेणी में सैयद शेख, पठान, मिर्ज़ा मुगल जैसी ऊंची जातियां शामिल हैं | दूसरी श्रेणी में तथाकथित मध्यम जातियां शामिल हैं, इनकी संख्या बहुत बड़ी हैं इनमें कई जातियां हैं | जैसे अंसारी, मंसूरी, कुरैशी, रैन तीसरे वर्ग में हलालखोर, हवारी रज़्ज़ाक़ आदि जातियां आती हैं |
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