भोपाल :( नुजहत सुल्तान) मप्र राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों द्वारा किए गए सत्यापन में डिंडौरी की नर्मदा राइस मिल के संचालक द्वारा घोटाला करना सामने आया है | नर्मदा राइस मिल को राज्य सरकार द्वारा चावल बनाने के लिए 300 लॉट धान मप्र स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के माध्यम से दिया था | उस धान में नर्मदा राइस मिल के संचालक ने हेराफेरी कर दी है, गौरतलब हे कि, डिंडौरी निवासी रमेश राजपाल डिंडौरी के कोहका में नर्मदा राइस मिल के संचालक हैं | उन्हें चावल बनने के लिए 300 लॉट धान जो दिया था, संचालक ने 222 लॉट चावल 2 मई 2023 तक आपूर्ति निगम को भेज दिया, लेकिन बचा हुआ चावल नहीं भेजा जिसका सत्यापन किया गया | भौतिक सत्यापन में 60 लॉट धान के विरुद्ध मिल में 9 लॉट धान व 16 लॉट चावल कुल 25 लॉट धान व चावल मिला, बाकी का 35 लॉट धान मिल में नहीं मिला जांच की गई तो पता चला कि 35 लॉट धान, राइस मिल के संचालक रमेश राजपाल और मिल की प्रोप्राइटर व रमेश की पत्नी ऋचा राजपाल ने खुले बाजार में बेच दिया था | जिसकी कुल कीमत 3 करोड़ के करीब थी | इसके बाद मामला ईओडब्ल्यू जबलपुर को सौंपा गया था | ईओडब्ल्यू ने जांच के बाद राइस मिल संचालक दंपत्ति के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का केस दर्ज कर तहक़ीक़ात शुरू कर दी है |
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