भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) नर्सिंग फर्जीबाड़े की जांच सोमवार को हमीदिया अस्पताल में संचालित मेडिकल एजुकेशन के सरकारी नर्सिंग कॉलेज तक पहुँच गई है | भोपाल सीबीआई की आठ लोगों की टीम सुबह 10:30 बजे यहां पहुंची, और शाम सात बजे तक जांच करती रही | जांच के दौरान कॉलेज के सभी विभाग, सभी फ्लोर और यहां तक कि हॉस्टल तक का मुआयना किया | मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल (एमपीएनआरसी) ने सत्र 2021-22 के 70 कॉलेजों की मान्यता रद्द की थी, इन्हीं में से 14 कॉलेजों की संबद्धता स्थगित कर दी गई है | और इसी सत्र में एडमिशन लेने वाले 602 स्टूडेंट्स के एनरोलमेंट स्थगित कर दिए गए है | और जब तक ये जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक संबद्धता और एनरोलमेंट स्थगित रहेंगे | ये छात्र परीक्षा में भी नही बैठ पाएंगे यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद की बैठक में ये निर्णय लिया गया है कि, नर्सिंग कॉलेजों की सत्र 2021-22 की डुप्लीकेट फ़ैकल्टी की भी जांच की जाएगी | ये जांच पूरे 45 दिनों तक चलेगी | जांच उन्हीं कॉलेजों की होगी जिनमें सत्र 2020-21 की डुप्लीकेट फ़ैकल्टी की जांच पहले से चल रही है | ऐसे करीब 200 नर्सिंग कॉलेजों की पहचान हुई है | नर्सिंग कॉलेजों में चल रही गड़बड़ियों को उजागर करने वाले एमपी लॉं स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल बघेल का कहना है कि, दो स्तरों पर निरीक्षण होने के बावजूद अपात्र कॉलेजों को अनुमति जारी हो जाती है, और पोल खुलने के बाद मान्यता व संबद्धता कर निलंबन और निरस्त करने की खानापूर्ति की जाती है | जबकि ये कॉलेज छात्रों से मोटी रकम वसूल चुके हैं, गलत रिपोर्ट देने वाले निरीक्षण दल पर आज तक यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद ने कार्रवाई नहीं की है |
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