भोपाल : शहर भर की करीब 200 आरा मशीनें यहाँ से आगरिया छापर में शिफ्ट होने जा रही है मशीनों की शिफ्टिंग को लेकर मंगलवार शाम खुद कलेक्टर आशीष सिंह टिंबर मर्चेंट और आरा मशीन संचालकों के साथ आगरिया छापर पहुंचे, उन्होने सभी आरा मशीन संचालकों को खुली चेतावनी देते हुए मशीनों को आगरिया छापर में शिफ्ट करने की बात कही | इस बात को लेकर संचालकों ने आना कानी करते हुए कहा कि यहाँ कोई नहीं आना चाहता है हमें चांदपुर की जमीन दे दी जाए | मौके पर मौजूद उद्दोग विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस जमीन का विवाद कोर्ट तक पहुंचा था, वहां से कोर्ट में जाने वाले के पक्ष में फैसला आ चुका है | ऐसे में इस जमीन पर अब शिफ्टिंग का सवाल ही नहीं उठता | व्यापारियों ने मामला टालने के लिए कहा कि यहाँ तो फर्नीचर क्लस्टर भी नहीं आना चाहते हैं | संचालकों ने आगरिया छापर को व्यापार के अनुकूल नहीं होने का हवाला देते हुए कहा कि यहाँ तो व्यापार ही खत्म हो जाएगा | इस पर अधिकारियों ने उनसे कहा कि यहाँ पर आने के लिए 120 आवेदन आ चुके है और फर्नीचर क्लस्टर नही आने की बात का भी हल निकल गया है | उन्होने कहा कि यहाँ पर सभी विकास कार्य भी होंगे सबको यहाँ पर दो महीने के अंदर – अंदर शिफ्ट होना जरूरी है बाकी जो भी बातें है उनका हल भी निकाल लिया जाएगा | विकास खर्च को लेकर टिंबर मर्चेंट एंड आरा मशीन एसोसिएशन के अध्यक्ष बद्र –ए- आलम ने कहा कि हम चाहते है कि यहाँ के बदले हज्जामपुर की जमीन दे दी जाए हमारी आशंका इस पर है कि यहाँ के विकास पर खर्च कौन करेगा | पूरी जमीन के विकास में करीब 10 करोड़ रु. का खर्चा आएगा यह पैसा कहाँ से और कौन लाएगा |
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